योगी के साथ हो रहा है भेदभाव, मोदी जिम्मेदार–”अखिलेश यादव”
उत्तर प्रदेश –यूं तो कहा जाता है कि देश की सत्ता और सत्ता पर आसीन नेता सभी के लिए एक समान होते हैं। ना तो कोई भेदभाव होता है ,ना ही कोई ऐसा तथ्य सामने आता है ।जिससे आम जनमानस को ठेस पहुंचे। लेकिन जिस तरीके से भारतीय जनता पार्टी अपनी कार्यशैली को लेकर चल रही है, ऐसे में विपक्ष का उंगली उठाना लाजमी बन जाता है। वही उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा भाजपा की केंद्र में सरकार है। यह सरकार हमेशा उत्तर प्रदेश के साथ भेदभाव करती नजर आती है ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस राजनीति के सहारे उत्तर प्रदेश में चमकाना चाहते हैं। वह बीमारी के हालात पर है। जबकि समाजवादी सरकार ने जितनी भी विकास और खुशहाली का सौंदर्य जनता के सामने रखा है।
उसमें कभी भी केंद्र सरकार का ना कोई बजट था, ना ही कोई आम पैसा। यह व्यवस्था समाजवाद की थी। यही नहीं आगरा और लखनऊ एक्सप्रेसवे प्रदेश सरकार के बजट से बना था। मुझे नहीं लगता कि जब से समाजवादी की सरकार नहीं है तब से अभी तक कोई नया एक्सप्रेसवे बना हो। कहने के लिए तो मोदी सरकार योजनाओं का लंबा पुलिंदा बनाती फिरती है ।जहां पर भाजपा वाले जिस जेवर एयरपोर्ट की बात कर रहे हैं समाजवादी के लोगों ने इसको बनवाने के लिए एनओसी मांगी थी।
लेकिन केंद्र की सरकार ने गुस्ताखी की और पक्षपात करते हुए नोएडा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के लिए एनओसी नहीं दी ।यहां तक कि फिरोजाबाद में भी बनने के लिए एनओसी नहीं दी। भाजपा सरकार पिछले इन्वेस्टमेंट मीट के समय भी इसी तरह का हल्ला किया था ,जोकि जगजाहिर हो चुका है ।लाखों और करोड़ों रुपए का एमओयू दावा किया लेकिन जमीन पर किसी भी तरीके का कोई रोजगार नहीं दिखा ।भाजपा सरकार जनता को गुमराह करने के लिए इसी तरह के कार्यक्रम लगाती है। ताकि जनता असल मुद्दों से भटक जाए ।जबकि भारतीय जनता पार्टी को बताना चाहिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई मेजर ध्यानचंद इस तरह की जो भी यूनिवर्सिटी बन रही हैं उनका क्या हाल है।
यह जरूर देखना चाहिए। आज तक वह पूरा नहीं हो सकी ।अटल जी के नाम के लिए यूनिवर्सिटी की दो घोषणा कर दी गई। लेकिन अब उसे समाजवादी सरकार में बनाए गए डॉ राम मनोहर लोहिया के कैंपस में चल रही है। भाजपा सरकार ने यूपी और बुंदेलखंड सहित एक्सप्रेस-वे का मानक कम कर दिया, कौन जिम्मेदार है इसका।
सरकार ने इंडियन रोड कांग्रेस को पूरा नहीं किया, जबकि बीजेपी सरकार देश के बड़े उद्योगपति अडानी अंबानी की तारीफों का बखान करती नजर आ रही है। ऐसा नहीं है समाजवादी सरकार ने भी इन्हें निवेश के लिए बुलाया था ।तब उस वक्त केंद्र सरकार ने इन पर दबाव क्यों बनाया। यह इन्वेस्टमेंट के नाम पर केवल कार्यक्रम प्रणाली चला रहे हैं। देश में लगातार बेरोजगारी बढ़ रही है। किसान हत्याएं कर रहे हैं ,बेरोजगारी चरम पर है। इस तरह से कैसे विकास हो सकता है ,आप सब लोग समझ सकते हैं।