महंगाई का नया आंकड़ा निकाल देगा मोदी सरकार की हवा, जानिए कैसे लुट रही आम जनता।
दिल्ली:खुदरा महंगाई दर जून महीने में पिछले तीन महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।खाद्य उत्पादों की कीमतें बढ़ने से जून में खुदरा महंगाई बढ़कर तीन महीनों के उच्चतम स्तर 4.81 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
सांख्यिकी मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) महंगाई मई महीने के 4.31% के मुकाबले जून में खुदरा महंगाई 4.81 प्रतिशत पर पहुंच गई। जून महीने में शहरी महंगाई दर 4.33% से बढ़कर 4.96% जबकि ग्रामीण महंगाई दर 4.23% से बढ़कर 4.72% पर पहुंच गई है. इस महीने खाद्य महंगा दर 2.96% से बढ़कर 4.49% रही।
सरकार ने उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीत के आंकड़े जारी किए।मई में खुदरा मुद्रास्फीति 4.31 प्रतिशत रही थी जबकि साल भर पहले जून, 2022 में यह सात प्रतिशत थी।बता दें कि पिछले एक महीने से जिस तरह से सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी हुई है उसे देखते हुए इस महंगाई का सबसे बड़ा कारण सब्जियों को बताया जा रहा है।
महंगाई में हुई इस वृद्धि को आंशिक रूप से पूरे भारत में टमाटर की कीमतों में मौजूदा उछाल के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है।टमाटर की कीमतों में वृद्धि पूरे देश में दर्ज की गई है, न कि केवल किसी विशेष क्षेत्र या भूगोल तक सीमित है।प्रमुख शहरों में यह बढ़कर 150-160 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई।