छग विधानसभा : सदन में गूंजा विधायक-मंत्री विवाद, विपक्ष के हंगामे के बाद सदन दो बार स्थगित
रायपुर, छत्तीसगढ़ विधानसभा के तीसरे दिन बुधवार को भी सदन में विधायक बृहस्पत और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव विवाद गूंजा। भाजपा ने जोर शोर से इस मुद्दे को उठाया और इसपर जमकर हंगामा हुआ। हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने पांच मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
भाजपा के वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मंत्री टीएस सिंहदेव इस्तीफा दें, क्योंकि उन्होंने संवैधानिक व्यवस्था का उल्लंघन किया है। मंत्री के शपथ और संवैधानिक व्यवस्था के चलते कोई मंत्री सदन छोड़कर नहीं जा सकता है। जब मंत्री ही सदन में नहीं रहेंगे तो चर्चा किससे करेंगे। बृजमोहन अग्रवाल ने सवाल किया कि मंत्रिमंडल से क्या टीएस सिंहदेव ने इस्तीफ़ा दिया है? क्या उन्हें मंत्रिमंडल से निकाल दिया गया है? यह सदन संविधान से चलता है। मंत्रिमंडल से एक मंत्री सदन में विलुप्त हो गये। अगर संविधान ही सुरक्षित नहीं तो हम कैसे सुरक्षित रहेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि मंत्री सिंहदेव ने कहा था कि शासन जब तक स्थिति स्पष्ट नहीं करती है तब तक वह सदन में नहीं आ सकते हैं। महंत ने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी भी सदन छोड़कर चले गए थे। इस पर बृजमोहन अग्रवाल ने याद दिलाया कि आडवानी इस्तीफा देकर ही सदन छोड़कर गए थे। विपक्ष ने सवाल किया कि टीएस सिंहदेव व बृहस्पत सिंह कहां हैं।
संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि विपक्ष मुद्दों पर बात करने से भागता है और जो मुद्दे नहीं है उस पर हंगामा करता है। मंत्री का ऐसे सदन से जाना भी विशेषाधिकार का हनन है। वो मंत्रिमंडल में है या नहीं यह स्थिति सरकार को स्पष्ट करना चाहिए। क्या मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है? हंगामा न रुकता देख अध्यक्ष ने पांच मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। पांच मिनट के बाद जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई विपक्ष ने फिर हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दोबारा 12 बजे तक के लिए फिर स्थगित कर दी गई।