गहलोत की कैबिनेट बैठक में भिड़े मंत्री, धारीवाल ने डोटासरा से कही हैरान करने वाली बात
जयपुर. गहलोत मंत्रिपरिषद् (Gehlot Council of Ministers) की गुरुवार रात को हुई बैठक में दो वरिष्ठ मंत्री आपस में ही भिड़ गए. मंत्रियों में यह नोक झोंक फ्री वैक्सीन के मसले को लेकर हुई बताई जा रही है. सूत्रों की मुताबिक, यह विवाद (Controversy) गहलोत मंत्रिमंडल के स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल और शिक्षा राज्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा के बीच हुआ. उसके बाद गहलोत के अन्य मंत्रियों ने इसमें दखल देकर मामले को शांत कराया.
सूत्रों के अनुसार, बैठक में शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सुझाव दिया था कि फ्री वैक्सीन को लेकर मंत्रियों को कलेक्टर को ज्ञापन देना चाहिए. इस पर धारीवाल ने आपत्ति जताते हुए कहा कि कलेक्टर तो हम से वैक्सीन मांगते हैं, उन्हें क्यों ज्ञापन दिया जाना चाहिए? इस मामले में राष्ट्रपति को जाकर केन्द्र की शिकायत करनी चाहिए. इस पर डोटासरा ने धारीवाल को बीच में रोकते हुए कहा कि आप बीच में न बोलें तो धारीवाल ने पलटकर जवाब दिया कि वह अपनी बात रखेंगे. उससे बाद तकरार बढ़ गई. बाद में अन्य मंत्रियों ने बीच बचाव कर मामले को शांत कराया.
डोटासरा ने किया इनकार
शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने ऐसी किसी भी बात से इनकार किया है. इस मामले में धारीवाल का पक्ष फिलहाल सामने नहीं आ पाया है, लेकिन मंत्रिपरिषद् की बैठक में सीएम की उपस्थिति में हुई यह तकरार सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है. पिछले काफी समय में ऐसा पहली बार हुआ बताया जा रहा है कि जब दो मंत्री मुख्यमंत्री के सामने ही भिड़ पड़े हों, लेकिन इस घटनाक्रम ने कांग्रेस का सियासी पारा जरूर गरमा दिया है.
इन मसलों के लिए बुलाई गई थी बैठक
उल्लेखनीय है कि गहलोत मंत्रिपरिषद् की यह बैठक बोर्ड परीक्षाओं को कराने या न कराने के निर्णय लेने समेत कोरोना प्रभावित परिवारों को राहत पैकेज देने के मसले पर चर्चा के लिये बुलाई गई थी. बैठक में गहलोत सरकार ने कोरोना संक्रमण को देखते हुए राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा रद्द करने फैसले पर अपनी मुहर लगा दी है. वहीं, कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों को सम्बल देने के लिए पैकेज देने पर सहमति दे दी गई है.