252 अतिकुपोषित बच्चों में केवल तीन के घर पहुंची दुधारू गाय
औरैया। कुपोषित बच्चों को दुधारू गाय देने की योजना फिलहाल जिले में परवान नहीं चढ़ पा रही। मुख्यमंत्री द्वारा घोषित इस योजना की रफ्तार सुस्त है। जिले में अतिकुपोषित परिवारों में 17 ने सहमति पत्र दिया है। जिसमें जिला कार्यक्रम विभाग द्वारा तीन को गाय उपलब्ध कराई गई है। पशुपालन विभाग को दुधारू गायों की सूची एसडीएम को देनी है। अस्थायी गोशालाओं में मात्र 15 दुधारू गाय हैं।
जिले में 252 अतिकुपोषित बच्चों को गाय दी जानी है। इनमें अब तक 17 परिवारों ने ही सहमति पत्र दिए हैं। मुख्यमंत्री ने तीन सितंबर को जिलाधिकारियों को आदेश दिए थे कि जिला स्तर पर कुपोषित बच्चों की सेहत सुधारने के लिए उन्हें एक-एक दुधारू गाय उपलब्ध कराई जाए। मुख्यमंत्री के इस आदेश को एक पखवारे से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन जिले में अमल की स्थिति यह है कि अभी तक मात्र तीन अतिकुपोषित परिवारों को गाय दी जा सकी हैं।
इस संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी शरद अवस्थी का कहना है कि 252 अति कुपोषित परिवारों में 17 की सहमति पत्र प्राप्त हो चुके हैं। तीन को वितरण कर दिया गया है। शेष के लिए तिथियां तय कर दी गई हैं। शीघ्र ही उन्हें भी गायों का वितरण कर दिया जाएगा। दिलचश्प बात यह है कि जिले में इस समय 43 अस्थायी गोशाला संचालित हो रही हैं। जिनमें 4464 गोवंश बंद हैं। इनमें दुधारू गायों की संख्या में मात्र 15 है। ऐसे में 252 अतिकुपोषित परिवारों को गायों को वितरण होना होने की शासन की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है।