‘प्रवासी मजदूरों के मसीहा’ की जल्द आएगी Biopic, सोनू सूद ने रखी यह बड़ी शर्त
फिल्मों में निगेटिव किरदार निभाने वाले बॉलीवुड (Bollywood) अभिनेता सोनू सूद (sonu sood) रियल लाइफ में किसी सुपरहीरो से कम नहीं हैं। लॉकडाउन (lockdown) के दौरान सोनू सूद प्रवासियों के लिए एक मसीहा के रूप में सामने आए थे जिन्होंने प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाया था। यही वजह है कि अब सोशल मीडिया पर लोग प्रशासन से पहले सोनू सूद से मदद की गुहार लगाते हुए नजर आ रहे हैं।
वहीं कोरोना काल में राहत प्रयासों के लिए मसीहा बनकर उभरें सोनू ने अपने इस बायोपिक मूवी को लेकर एक बड़ी शर्त रखी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए मुझे अभी लंबा रास्ता तय करना होगा। भगवान ने मुझे यह मौका दिया कि मैं खुद को समाज के लिए उपयोगी बना सकूं और अपनी उपलब्धियों पर पीछे न हटूं। अभी मुझे बहुत सारे काम करने हैं।
सोनू आगे कहते हैं कि ‘अगर कभी भी मेरी बायोपिक बनती है तो मैं खुद अपनी भूमिका निभाना चाहूंगा। यह मेरी बायोपिक बनाने के लिए एकमात्र मेरी शर्त होगी।’ वहीं बता दें कि हाल ही में सोनू सूद को यूनाइटेड नेशंस डिवेलपमेंट प्रोग्राम (UNDP) की तरफ से स्पेशल ह्यूमनटेरियन ऐक्शन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था।
आपको बता दें कि अपने जन्मदिन के मौके पर सोनू सूद ने प्रवासी मजदूरों को नौकरी देने का भी ऐलान किया था। वहीं अपने जन्मदिन को और भी खास बनाने के लिए उन्होंने देश के कई राज्यों में मेडिकल कैंप खोलने का भी फैसला लिया था। बताया जा रहा है कि सोनू सूद के इस मुहिम से 50 हजार लोग जुड़ेंगे।