7 सितंबर से चलेगी मेट्रो, उससे पहले जान लें यह नियम…
पैडल पर पैर रखते ही लिफ्ट खुल जाएगी
लिफ्ट का बटन छूने की यात्रियों को जरुरत नहीं
मेट्रो स्टेशन पर 15 मिनट पहले पहुंचने की सलाह
प्रवेश से पहले थर्मल स्क्रीनिंग होगी
7 सितंबर से मेट्रो का संचालन शुरु हो जाएगा। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मेट्रो स्टेशन पर कई बदलाव किए गए हैं। स्टेशन पर लिफ्ट पर सवार होने के लिए अंगुली से बटन नहीं दबाना होगा। नई व्यवस्था के तहत पैडल पर पैर रखते ही लिफ्ट खुल जाएगी। यात्री बगैर किसी बटन को छुए ही इसमें सवार हो सकेंगे। फिलहाल 16 स्टेशनों पर ऐसे 50 पैडल लगाए जाएंगे। सोशल डिस्टेसिंग के नियम के तहत लिफ्ट में एक बार में अधिकतम तीन लोग ही सवार हो सकेंगे।
डीएमआरसी के राजीव चौक, कश्मीरी गेट, नई दिल्ली, हौज खास, केंद्रीय सचिवालय, द्वारका सेक्टर-21, जनकपुरी पश्चिम, राजौरी गार्डन, मंडी हाउस, यमुना बैंक, बॉटेनिकल गार्डन, कालका जी मंदिर, द्वारका, नोएडा सेक्टर-62, आईजीआई एयरपोर्ट के अलावा नेहरू इंक्लेव पर यात्रियों को लिफ्ट में सवार होने के लिए बटन को छूने की जरूरत नहीं होगी। जनकपुरी पश्चिम में सबसे अधिक छह लिफ्ट में यात्रियों को इस सुविधा के इस्तेमाल का मौका मिलेगा। 30 मिली से ज्यादा हैंड सैनिटाइजर ले जाने पर पाबंदी होगी। संक्रमण से बचाव के लिए स्टेशनों पर मेट्रो के ठहराव का समय बढ़ा दिया गया है। इतना ही नहीं प्रवेश या निकास के लिए स्टेशन के एक-एक गेट ही खोले जाएंगे। हालांकि यात्रियों की संख्या बढ़ने पर ज्यादा गेट भी खोले जा सकते हैं। फेस मास्क सभी यात्रियों के लिए जरूरी होगा। परेशानी से बचने के लिए यात्रियों को नियत समय से 15 मिनट पहले पहुंचने की सलाह दी गई है
यात्री मेट्रो की पार्किंग का इस्तेमाल कर सकेंगे, हालांकि फीडर बस सेवाएं फिलहाल बंद रहेंगी। प्रवेश से पहले थर्मल स्क्रीनिंग होगी और तापमान कोविड-19 मानकों से अधिक होने पर यात्री सफर नहीं कर सकेंगे। हैंड सैनिटाइजेशन जरूरी होगा। 45 प्रमुख स्टेशनों पर ऑटो थर्मल स्क्रीनिंग की सुविधा होगी.. मेट्रो ने कोविड संक्रमण से यात्रियों को बचाने के लिए कई अमूलचूल परिवर्तन किए हैं.. स्टेशन पर लगे एस्केलेटर पर एक सीढ़ी छोड़कर यात्री खड़े हो सकेंगे। नए प्रोटोकॉल की नियमित घोषणाएं की जाएंगी.. नए दिशानिर्देश से संबंधित शॉर्ट फिल्में, ऑडियो-विजुअल भी एलईडी स्क्रीन पर प्रदर्शित की जाएंगी। स्टेशनों पर डीएमआरसी के 800 कर्मियों की ड्यूटी होगी। इनकी नजर साफ सफाई, सोशल डिस्टेंसिंग और भीड़ पर होगी। सोशल डिस्टेंसिंग की अनदेखी होने पर मेट्रो नहीं रुकेगी।
नए दिशानिर्देश के तहत सामान्य स्टेशनों पर मेट्रो अब 10-15 की बजाय 20-25 सेकेंड रुकेगी। वहीं इंटरचेंज स्टेशनों पर 35-40 की बजाय 55-60 सेकेंड रुकेगी। इससे यात्रियों को बारी से चढ़ने और उतरने का अवसर मिल सकेगा।