अफगानिस्तान के मुद्दे पर विपक्ष के साथ बैठक, इन सवालों पर जवाब दे सकती है सरकार
शी ने ट्वीट किया था, ‘राजनीतिक पार्टियों के संसदीय दलों के नेताओं को विदेश मंत्री डा. एस जयशंकर द्वारा अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति के बारे में 26 अगस्त, पूर्वान्ह्र 11 बजे मुख्य समिति कक्ष, संसद भवन सौंध, नई दिल्ली में जानकारी दी जाएगी. ईमेल के जरिए आमंत्रण भेजे जा रहे हैं. सभी संबंधित लोगों से शरीक होने का अनुरोध किया जाता है.’
इस बैठक में विदेश मंत्री के अलावा संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, लोकसभा उपनेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा में नेता सदन और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, उपनेता और केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन, मीनाक्षी लेखी और राजकुमार सिंह मौजूद रहेंगे
विपक्ष के यह नेता बैठक में हो सकते हैं शामिल
बैठक संदर्भ में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधि बैठक में शामिल होंगे. तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख बनर्जी ने कोलकाता में राज्य सचिवालय में कहा, ‘हम निश्चित रूप से अफगानिस्तान के संबंध में होने वाली सर्वदलीय बैठक में शामिल होंगे.’
विपक्ष की ओर से बैठक में शामिल होने वाले कुछ प्रमुख नेताओं में कांग्रेस से मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर चौधरी, टीएमसी से प्रोफेसर सौगत रॉय और सुखेंदु शेखर रॉय, समाजवादी पार्टी के प्रोफेसर राम गोपाल यादव, बसपा से सतीश मिश्रा, पूर्व रक्षा मंत्री और राकांपा प्रमुख शरद पवार, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, भाकपा सांसद बिनॉय विश्वम अन्य नेता बैठक में शामिल हो सकते हैं.
इससे पहले जयशंकर ने बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्रालय को विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को यह जानकारी देने का निर्देश दिया है. जयशंकर ने ट्वीट किया था, ‘अफगानिस्तान में घटनाक्रम को देखते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्रालय से कहा है कि वह विभिन्न पार्टियों के संसदीय दलों के नेताओं को इस संबंध में जानकारी दें. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी आगे की जानकारी देंगे.’
800 से अधिक लोग आ चुके हैं वापस
15 अगस्त को तालिबान द्वारा कब्जा किए जाने के बाद काबुल में तेजी से बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को देखते हुए भारत अपने मिशन ‘ऑपरेशन देवी शक्ति’ के तहत पहले ही 800 से अधिक लोगों को वापस ला चुका है.
भारत द्वारा गुरुवार को भी काबुल से लगभग 180 लोगों को एक सैन्य विमान से वापस लाने की उम्मीद है. यह जानकारी इस बारे में जानकारी रखने वालों ने दी. घटनाक्रम से जुड़े लोगों ने बताया कि जिन लोगों को निकाला जा रहा है उनमें भारतीय और कई अफगान सिख और हिंदू शामिल हैं. उक्त लोगों में से एक ने बताया कि करीब 180 लोगों को लेकर विमान के बृहस्पतिवार सुबह दिल्ली पहुंचने की संभावना है.
अफगानिस्तान से निकालकर लाए गए 146 भारतीय नागरिक कतर की राजधानी से चार अलग-अलग विमानों के जरिये सोमवार को भारत पहुंचे. इन नागरिकों को अमेरिका और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के विमान के जरिए पिछले कुछ दिन में काबुल से दोहा ले जाया गया था. भारत तीन उड़ानों के जरिए दो अफगान सांसदों समेत 392 लोगों को रविवार को देश वापस लाया था.
इससे पहले, 16 अगस्त को 40 से अधिक लोगों को स्वदेश लाया गया था जिनमें से ज्यादातर भारतीय दूतावास के कर्मी थे. काबुल से दूसरे विमान से 150 लोगों को लाया गया, जिनमें भारतीय राजनयिक, अधिकारी, सुरक्षा अधिकारी और कुछ अन्य भारतीय थे, जिन्हें 17 अगस्त को लाया गया था.