मिलिए ‘पेंच की रानी’ से, जिसने इतने बच्चे पैदा किए कि बन गया वर्ल्ड रिकॉर्ड
सिवनी. क्या आपको मालूम है कि मध्य प्रदेश की एक बाघिन ‘सुपर-मॉम’ के नाम से जानी जाती है, क्योंकि इसने 2008 से लेकर दिसंबर 2018 तक करीब 10 साल में 29 शावकों को जन्म दिया. जी हां, ‘पेंच की रानी’ के नाम से मशहूर यह कॉलर वाली बाघिन अब तक 8 बार शावकों को जन्म देने का विश्व रिकॉर्ड बना चुकी है. शावकों की परवरिश में माहिर और पेंच टाइगर रिजर्व में घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र यह बाघिन इसी वजह से वाइल्ड लाइफ के लिए धरोहर मानी जाती है.
10 साल में 8 बार शावक जनने का रिकॉर्ड
‘पेंच की रानी’ ने वर्ष 2008 से लेकर अब तक औसतन हर दो साल में शावकों को जन्म देने का रिकॉर्ड बनाया है. पेंच टाइगर रिजर्व में इस बाघिन के गर्भ से पैदा हुए 24 बाघ सही-सलामत हैं. पेंच टाइगर रिजर्व के फील्ड डाइरेक्टर विक्रम सिंह परिहार ने बताया कि मई 2008 में इस बाघिन ने तीन शावकों को जन्म दिया था, इसके बाद से लगातार इसने 29 शावकों को जन्म दिया, जिनमें से 24 जीवित हैं. बाघिन रानी ने 2009 में 4, 2010 में 5, 2012 और 2013 में 3-3, 2015 व 2016 में 4-4 और 2018 में एक बार फिर 3 शावकों को जन्म दिया. परिहार ने बताया कि न सिर्फ शावकों को जन्म देने, बल्कि बच्चों की परवरिश में भी रानी का जवाब नहीं है.
15 साल की हो चुकी है पेंच की रानी
विक्रम परिहार के मुताबिक सबसे ज्यादा शावकों को जन्म देने के साथ-साथ बाघिन रानी के नाम एक और रिकॉर्ड दर्ज है. एक साथ 5 शावकों को जन्म देने का रिकॉर्ड भी रानी के नाम ही दर्ज है. आजकल यह अपने दो बच्चों के साथ वन विहार कर रही है, जिसे देखने के लिए पर्यटकों का हुजूम उमड़ता है. उन्होंने बताया कि रानी बाघिन की इसी खासियत की वजह से कई फिल्म और डॉक्युमेंट्री बनाने वाले लोग भी पेंच आते हैं और इस सुपर-मॉम को अपने कैमरे में कैद करते हैं. परिहार ने कहा कि पेंच में बाघों का कुनबा बढ़ाने में रानी बाघिन का योगदान महत्वपूर्ण है.