दिल्ली हिंसा पर लोकसभा में मीनाक्षी लेखी ने विपक्ष पर साधा निशाना, कहा आज़ादी के बाद कांग्रेस सरकार में हुए सबसे ज्यादा दंगे
सांसद के बजट सत्र के दूसरे चरण का आज छठा दिन है और लोकसभा में दिल्ली हिंसा पर चर्चा चल रही है। इसमें विपक्ष सवाल कर रहा है कि जब देश की राजधानी दिल्ली में हिंसा हो रही थी उस समय देश के ग्रह मंत्री अमित शाह कहाँ मौजूद थे। तभी विपक्ष को जवाब देते हुए मीनाक्षी लेखी ने कहा कि आजादी के बाद अबतक सबसे ज्यादा दंगे कांग्रेस के कार्यकाल में हुए हैं। टॉप 10 दंगे कांग्रेस के कार्यकाल में हुए। 2002 के बाद गुजरात में कोई दंगा नहीं हुया।आज दिल्ली रो रही है। लोगों ने मुफ्त बिजली और पानी के लिए एक पार्टी को वोट दिया। लेकिन दंगों में करोड़ों का नुकसान हुआ।
उसके साथ साथ उन्होंने यह भी कहा कि “दिल्ली में बीजेपी के सांसदों ने शांति लायी। ऐसे में अगर अजीत डोभाल हिंसाग्रस्त इलाकों में जाते भी हैं तो क्या गलत है,वह NSA हैं। कांग्रेस नफरत की राजनीति करती है”।
उन्होंने यह भी कहा की “24 फरवरी को ग्रह मंत्री बैठक कर रहे थे और ग्रह मंत्रालय के सारे अधिकारी उस बैठक में शामिल थे। तभी हिंसा को रोकने के लिए ग्रह मंत्री ने एक बजे सभी अधिकारीयों को आदेश दिया और 25 फरवरी को फिर बैठक की और हिंसा रोकने के लिए सभी उच्च अधिकारीयों से मुलाकात भी की। 26 फरवरी को फिर बैठक की।
कपिल मिश्रा का समर्थन करती दिखीं मिनाक्षी लेखी
CAA के खिलाफ प्रदर्शन के कारण हुई दिल्ली में हिंसा। वही कपिल मिश्रा का समर्थन करते हुए मिनाक्षी लेखी ने कहा कि कपिल मिश्रा को शरजील इमाम की हरकतों के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। वो लोग जो पीएम को कातिल और अमित शाह को तड़ीपार कहते हैं। आप कपिल मिश्रा को दिल्ली हिंसा के लिए कैसे जिम्मेदार ठहरा सकते हैं। पूरी हिंसा सीएए के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर हुई। मीनाक्षी लेखी ने कहा कि 14 फरवरी को सोनिया गांधी ने कहा कि कायर हैं वो लोग जो घर से नहीं निकले। इसके बाद उमर खालिद ने कहा कि सड़कों पर उतरना है। वारिस पठान ने कहा कि हम 15 करोड़ हैं लेकिन सबपर भारी पड़ेंगे, इनके बयानों के लिए कपिल मिश्रा को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
हिंसा में मरने वालों का दुःख है मुझे:मिनाक्षी लेखी
मिनाक्षी लेखी ने कहा की हिंसा में मरने वाले सभी भारतीय थे। कोई बांग्लादेशी हो तो इसकी मुझे जानकारी नहीं। आईबी के कर्मचारी अंकित शर्मा पर चाकुओं से 400 बार हमला हुआ। में लोगों की मौत से दुखी हूँ।