चीन पर मायावती ने दिया बड़ा बयान, पीएम मोदी हैरान, अखिलेश यादव परेशान
- भारत चीन विवाद में कूदी मायावती
- सत्ता पक्ष का दिया साथ
- विपक्ष को दी नसीहत
पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी की ठंडी वादिया जहां चीन और भारत विवाद के कारण गर्माई हुई है। वही भारत और चीन विवाद में तप रही सियासत ने जून की गर्मी को भी मात दे दिया हैं। राहुल गांधी जहां पीएम मोदी से लद्दाख की एक एक इंच ज़मीन का हिसाब मांग रहे हैं तो वही पर पंजाब के मुख्यमंत्री सेना के एक्शन पर सवाल उठा रहे हैं। वही दूसरी तरफ केंद्र की सियासत की आंच अब यूपी तक पहुंच चुकी हैं। जहां सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ पीएम मोदी के कदम को सही ठहरा रहे है तो वही पर सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव वैसे तो चीन के खिलाफ सरकार का साथ देने की बात कहते है लेकिन बॉर्डर पर भारत सरकार की तरफ से उठाए गए कदम पर सवाल खड़ा करने से भी नही चूकते हैं और अब भारत चीन विवाद पर छिड़ी सियासी जंग में बसपा सुप्रीमों मायावती भी अपना दांव खेलने के लिए मैदान में कूद चुकी हैं।
मायावती ने ट्वीट कर कहा है कि ”अभी हाल ही में 15 जून को लद्दाख में चीनी सेना के साथ हुए संघर्ष में कर्नल सहित 20 सैनिकों की मौत से पूरा देश काफी दुःखी, चिन्तित व आक्रोशित है। इसके निदान हेतु सरकार व विपक्ष दोनों को पूरी परिपक्वता व एकजुटता के साथ काम करना है जो देश-दुनिया को दिखे व प्रभावी सिद्ध हो।
ऐसे कठिन व चुनौती भरे समय में भारत सरकार की अगली कार्रवाई के सम्बंध में लोगों व विशषज्ञों की राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन मूल रूप से यह सरकार पर छोड़ देना बेहतर है कि वह देशहित व सीमा की रक्षा हर हाल में करे, जो कि हर सरकार का दायित्व भी है।
अब सवाल ये उठता है कि भारत चीन विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया देने में बसपा सुप्रीमों मायावती ने इतनी देर क्यों कर दी दरअसल राजनीति में मायावती का अपना अलग तर्जुबा है और मकाम भी है ऐसे में जब चीन मसले पर सियासत उबाल पर है।
एक तरफ जहां कांग्रेस मोदी सरकार पर सवालों के गोले दाग रही हैं तो वही दूसरी तरफ अन्य राजनैतिक दल मोदी सरकार पर चीन के आगे घुटने टेकने का आरोप लगा रही है तो इस वक्त मोदी सरकार को चारों तरफ से घिरते देख मायावती ने मोके पर चौका मारते हुए जहां विपक्ष को सत्ता पक्ष का साथ देने की बात कही वही विपक्ष को मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए परिपक्वता और एकजुटता के साथ काम करने की नसीहत दी। साथ ही देश की केंद्र सरकार को उनका दायित्व समझाते हुए देशहित और सीमा की रक्षा करने की सलाह दी..ऐसे में मायावती के मन में बीजेपी के लिए ये सोफ्ट कॉर्नर क्या रंग लाएगा ये तो आने वाला समय ही बताएगां। लेकिन फिलहाल बीजेपी के लिए मायावती के दिल में बने इस सॉफ्ट कार्नर से अखिलेश यादव काफी परेशान हैं।