कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बाद बसपा ने उठाया श्रमिकों से किराया वसूले जाने का मामला
पूरे भारत में कोरोनावायरस कहर बरपा रहा है। हर दिन कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। हाल यह है कि भारत में अब तक 46000 से भी ज्यादा कोरोनावायरस संक्रमित मामले दर्ज किए जा चुके हैं। वहीं देश की सरकार ने इस घातक वायरस को रोकने के लिए देश में तीसरी बार लॉक डाउन किया है। इस लॉक डाउन से प्रवासी मजदूरों छात्रों और पर्यटकों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। हालांकि सरकार ने प्रवासी मजदूरों को अपने राज्यों में भेजने के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई हैं। हालांकि इसके किराए को लेकर लगातार बयानबाजी हो रही है। कांग्रेस समाजवादी पार्टी के बाद अब बहुजन समाजवादी पार्टी ने भी श्रमिकों से किराया वसूलने का मामला उठाया है।
बहुजन समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मायावती ने लगातार दो ट्वीट किए हैं। उन्होंने कहा कि :-
1. यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण है कि केन्द्र व राज्य सरकारें प्रवासी मजदूरों को ट्रेनों व बसों आदि से भेजने के लिए, उनसे किराया भी वसूल रही हैं। सभी सरकारें यह स्पष्ट करें कि वे उन्हें भेजने के लिए किराया नहीं दे पायेंगी। बी.एस.पी. की यह माँग है।
2. ऐसी स्थिति में बी.एस.पी. का यह भी कहना है यदि सरकारें प्रवासी मजदूरों का किराया देने में आनाकानी करती है तो फिर बी.एस.पी., अपने सामर्थवान लोगों से मदद लेकर, उनके भेजने की व्यवस्था करने में अपना थोड़ा योगदान जरूर करेगी।