अतीक अहमद हत्याकांड पर बसपा सुप्रीमो की उत्तरप्रदेश सरकार को खरी खरी
बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को अपने एक बयान में कहा कि गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में पुलिस हिरासत में हत्या उत्तर प्रदेश सरकार की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़ा करती है। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर होगा कि सुप्रीम कोर्ट इस “बेहद गंभीर और चिंताजनक” घटना का संज्ञान ले, जिसकी देश भर में चर्चा हो रही है। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, “अब उत्तर प्रदेश में ‘क़ानून का राज’ के बजाय, इसे ‘एनकाउंटर प्रदेश’ बना दिया जाए? कुछ सोचने वाली बात है।”
“गुजरात जेल से लाए गए अतीक अहमद और भाई असरफ अहमद को कल रात प्रयागराज में मेडिकल जांच में ले जाने के दौरान पुलिस हिरासत में गोली मारकर हत्या करना जघन्य उमेश पाल हत्याकांड की तरह ही है। यह मामले यूपी सरकार की कानून व्यवस्था और उसकी कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करता है।”
2005 में अतीक के आदमियों ने भाजपा नेता उमेश पाल की हत्या कर दी थी। गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद (60) और उनके भाई अशरफ की शनिवार रात मीडिया से बातचीत के दौरान पत्रकारों के रूप में पेश करने वाले तीन लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी