बाज़ नही आईं मायावती, चुनाव खत्म होते ही अखिलेश की पीठ पर किया वार
बीएसपी प्रमुख मायावती ने दिल्ली में चुनावी हार की समीक्षा की थी और उन्होंने गठबंधन टूटने के संकेत भी दे दिए हैं | मायावती ने गठबंधन तोड़ने की शुरुआत की | जिसके बाद अब गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव का भी एक बड़ा बयान आया है | समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव फिलहाल गठबंधन पर कुछ भी टिप्पणी करने से बच रहे हैं| हालांकि आजमगढ़ से अखिलेश यादव ने इतना तो कह ही दिया कि अब हम अपने साधन और अपने संसाधनों से चुनाव लड़ेंगे | गठबंधन पर मायावती के बयान से साफ़ ज़ाहिर हो रहा है की चुनाव खत्म होने के बाद वह अब गठबंधन को भी खत्म करने में जुटीं है | वहीँ अखिलेश यादव अब भी गठबंधन पर कुछ भी कहने से बच रहे है | अखिलेश यादव ने गठबंधन के लिए सब कुछ किया था वे चाहते थे कि मायावती के साथ वह लोकसभा चुनाव में भारी मतों से जीतें लेकिन ऐसा हो नहीं पाया |
अखिलेश यादव अपने संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ गए थे जहाँ उन्होंने जनता का शुक्रिया अदा किया | उन्होंने कहा यहाँ उपस्थित लोग व जो यहाँ नही आ पाए सबको धन्यवाद प्रकट करता हूँ | आज़मगढ़ से रिश्ता नया नही है मैं यहाँ आता रहता हूँ और मैं यहाँ चुनावों में केवल दो बार आया लेकिन आप कि मेहनत ने हमे लाखों वोटों से जिताया | ये अहसान मिटने वाला नही है अब आज़मगढ़ का नाम हमारे नाम से जुड़ गया है | आज़मगढ़ के लोगो से कहना चाहता हूँ आज़मगढ़ की जनता को कभी नही छोड़ेंगे हम सदन में रहे या न रहे हमारा रिश्ता टूटेगा नही | आज़मगढ़ का परिणाम हमे पता था लेकिन देश का नही पता था |”
वहीँ बीएसपी प्रमुख मायावती ने दिल्ली में चुनावी हार की समीक्षा की थी | 2019 लोकसभा चुनाव में गठबंधन को संतोषजनक सीटें न मिलने और कुछ प्रदेशों में करारी हार को लेकर मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं की अखिल भारतीय स्तर पर मीटिंग बुलाई थी | यूपी के सभी बसपा सांसदों और जिलाध्यक्षों के साथ बैठक में मायावती ने कहा कि पार्टी सभी विधानसभा उपचुनाव में लड़ेगी और अब 50 फीसदी वोट का लक्ष्य लेकर राजनीति करनी है | मायावती ने कहा है कि गठबंधन से चुनाव में अपेक्षित परिणाम नहीं मिले हैं | उन्होंने दावा किया कि यादव वोट ट्रांसफर नहीं हो पाया है | लिहाजा, अब गठबंधन की समीक्षा की जाएगी | इतना ही नहीं मायावती ने यहां तक कह दिया कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपनी पत्नी और भाई को भी चुनाव नहीं जिता पाए |
मायावती ने कहा यूपी के 11 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में उनकी पार्टी अकेले लड़ेगी | बताया जा रहा है कि दिल्ली के सेंट्रल ऑफिस में सोमवार को हुई समीक्षा बैठक में मायावती गठबंधन से नाखुश नजर आईं | उन्होंने कहा कि गठबंधन से पार्टी को फायदा नहीं हुआ | यादव का वोट हमारी पार्टी को ट्रांसफर नहीं हुआ साथ ही मायावती ने ईवीएम की धांधली का भी आरोप लगाया है |