मायावती ने पूर्व मंत्री नकुल दुबे को पार्टी से निकाला, बताई ये वजह
बसपा सुप्रीमो विधानसभा चुनाव में हार के कारणों की समीक्षा कर रही
लखनऊ. विधानसभा चुनाव के एक- एक करके पार्टियों की मुश्किले खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। वही सपा के बाद बसपा की हालत भी काफी खराब नजर आ रही है। ऐसे में बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पूर्व मंत्री नकुल दुबे को निकाल दिया है। उन्होंने ट्वीट कर खुद इसकी जानकारी दी। नकुल दुबे का कहना है कि उन्हें भी निष्कासन की जानकारी मिली है। पर इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। बसपा सुप्रीमो विधानसभा चुनाव में हार के कारणों की समीक्षा कर रही हैं। नकुल दुबे को प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन की तैयारियों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बसपा सरकार व पार्टी में नकुल दुबे की गिनती बड़े ब्राह्मण चेहरे में होती थी। चुनाव नें हार के बाद बसपा सुप्रीमो एक- एक करके हार की वजह का फीडबैक ले रही है।
बता दे कि मायावती ने ट्वीट कर कहा है कि नकुल दुबे को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने की वजह से निष्कासित किया गया है। उन्होंने कहा, ‘श्री नकुल दुबे (लखनऊ) बीएसपी पूर्व मंत्री को, पार्टी में अनुशासनहीनता अपनाने व पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण, इनको बीएसपी से निष्कासित कर दिया गया है।
मायावती ने ट्वीट कर खुद इस बात की दी जानकारी
दरअसल पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र के करीबी नकुल दुबे बसपा का दूसरा बड़ा ब्राह्मण चेहरा माना जाता रहा है। आरोप है कि विधानसभा चुनाव में गलत फीडबैक देने के चलते उन्हें पार्टी से बाहर किया गया है। वहीं पूर्व मंत्री नकुल दुबे ने अभी अपने पत्ते तो नहीं खोले हैं कि वह किस दल में जाएंगे, लेकिन इतना जरूर कहा कि वह अपने सभी लोगों के साथ बैठक कर आगे के रणनीति पर चर्चा करेंगे। वह राजनीतिक दल में ही रहेंगे, लेकिन किस दल में यह नहीं बताया। नकुल दुबे से जुड़े लोगों का कहना है कि वो एक-दो दिन में अपने समाज के साथ बैठक कर आगे की रणनीति का खुलासा करेंगे।