पीएम द्वारा जनता कर्फ्यू के ऐलान के बाद बाजारों में टूटी भीड़, खत्म हुआ राशन का स्टॉक, धारा 144 लागू
मेरठ। महामारी बन चुके कोरोना को लेकर बरती जा रही विशेष सतर्कता के चलते अब लोगों के दिलों में इस बीमारी को लेकर दहशत बैठ गई है। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा सप्ताह में हर रविवार को जनता कर्फ्यू के ऐलान के बाद मेरठ के बाजारों में अजब नजारा देखने को मिला। कई दिनों से ग्राहकों के लिए तरस रहे बाजारों में भीड़ उमड़ पड़ी। नतीजा यह हुआ कि मात्र कुछ घंटों में ही बाजारों से आटा, चीनी, चावल और तेल, घी जैसी रोजमर्रा की जरूरतों का सामान का स्टॉक खत्म हो गया।
ग्राहकों का दावा है कि उन्हें दो दिनों की बुकिंग के बाद राशन मिल पा रहा है। हालांकि व्यापार संघ के अधिकारी इस बात से इनकार कर रहे हैं। उधर भीड़भाड़ को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा बृहस्पतिवार को ही जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है।
बताते चलें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कोरोना से निपटने के लिए देश की जनता से खुद ही पहल करने का अनुरोध किया था। जिसके लिए पीएम ने देश की जनता से सप्ताह के हर रविवार को सुबह 7:00 से रात 9:00 बजे तक घरों से बाहर ना निकलने और जनता कर्फ्यू में भागीदारी की अपील की थी। राष्ट्र के नाम पीएम के संबोधन के तत्काल बाद जिलेभर में अफवाहों का बाजार गर्म हो गया। बाजार बंद होने की आशंका के चलते राशन की दुकानों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। आलम यह रहा कि लोगों को कई कई घंटे कतार में लगने के बाद अपनी जरूरतों का सामान मिल पाया। इधर अचानक से बाजारों में उमड़ी भीड़ के चलते कुछ ही घंटों में बाजारों से रोजमर्रा की जरूरतों के सामान का स्टॉक समाप्त हो गया।
बताते चलें कि शहर की सब्जी मंडी को प्रशासन द्वारा पहले ही बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं। जिसके चलते लोगों को अंदेशा था कि जल्द ही शायद बाजार भी बंद कर दिए जाएंगे। कुछ ग्राहकों ने बताया कि उन्होंने 2 दिन पहले अपने घरेलू सामान के लिए दुकान पर बुकिंग कराई थी जो उन्हें आज मिला है। इस दौरान राशन की दुकानों पर ब्लैक मार्केटिंग की बात भी सामने आई मगर व्यापार संघ नेताओं ने इस बात को सिरे से खारिज कर दिया। शहर में भीड़भाड़ को इकट्ठा होने से रोकने के लिए डीएम अनिल धींगरा द्वारा बृहस्पतिवार को जिले में दोबारा से धारा 144 लागू कर दी गई है।