आजमगढ़ और वाराणसी में अब नहीं होगी मैराथन रेस, जानिए क्या है वजह
मैराथन रेस को अब इसे अगली सूचना तक कैंसिल कर दिया गया
वाराणसी. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस इस बार महिलाओं के अधिकार को लेकर मुद्दा उठा रही है, जिसके अंतर्गत ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ के स्लोगन के साथ कांग्रेस लगातार उत्तर प्रदेश में कार्यक्रम कर रही है। वही यूपी के बरेली में कांग्रेस के मैराथन में भगदड़ होने के बाद कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने बड़ा फैसला लिया है। पार्टी नेतृत्व ने वाराणसी और आजमगढ़ में होने वाली मैराथन दौड़ को रद्द कर दिया है। बता दें कि कांग्रेस द्वारा आजमगढ़ में आज तो वहीं वाराणसी में 9 जनवरी को लड़कियों की मैराथन दौड़ का आयोजन रखा गया था, लेकिन अब इसे अगली सूचना तक कैंसिल कर दिया गया है।
कांग्रेस ने मैराथन दौड़ का आयोजन
आपको बता दे इसी दिशा में कांग्रेस ने मैराथन दौड़ का आयोजन करना शुरू किया, लेकिन इस आयोजन में बीते मंगलवार को लापरवाही की बड़ी तस्वीर देखने को मिली. यहां मैराथन शुरू होते ही लड़कियों के बीच भगदड़ मच गई, जिसमें कई लड़कियां घायल हो गईं। इसके बाद से कांग्रेस के इस मैराथन दौड़ पर सवाल उठना शुरू हो गए।
कांग्रेस ने इस मैराथन दौड़ को कैंसिल कर दिया
बता दे कि मैराथन दौड़ का अलग-अलग शहरों में लगातार कार्यक्रम आयोजित किया जाना था। इसी चरण में 9 जनवरी को पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी कांग्रेस ने मैराथन दौड़ आयोजित की थी, जिसको लेकर तैयारियां की जा रही थीं। वही बरेली के घटना के बाद बुधवार तड़के कांग्रेस ने इस मैराथन दौड़ को कैंसिल कर दिया। वाराणसी के कांग्रेस नेताओं का कहना है कि सिर्फ नेतृत्व के निर्देश पर यह आयोजन कैंसिल किया गया है। अगली सूचना तक कार्यक्रम की फिलहाल कोई रूपरेखा नहीं बनेगी। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के इस निर्देश से साफ है कि बरेली की घटना के बाद कांग्रेस आलाकमान इस आयोजन को लेकर सजग है। यही कारण है कि वाराणसी में होने वाली मैराथन दौड़ को कैंसिल कर दिया गया।. ताकि कांग्रेस का यह बड़ा मुद्दा सवालों के घेरे में ना फंस जाए।