अतीक के साथ दफ़न हो गए कई राज़ , किसकी साज़िश
अतीक अशरफ़ हत्याकांड, क्या ये हत्याकांड सुनियोजित है क्या इस हत्याकांड के पीछे पकड़े गए तीनों अपराधी किसी और के कहने पर एक दुर्दांत अपराध कर रहे हैं क्योंकि किसी भी हत्याकांड के पीछे वजह और फ़ायदा ज़रूर छुपा होता है हमें इस हत्याकांड में अपराधियों का अतीक और अशरफ़ को मारने से कोई फ़ायदा या वजह नज़र नहीं आती। अपराधियों का यह कहना कि हम अपना वर्चस्व क़ायम करना चाहते थे इसलिए हमने अतीक और अशरफ़ की हत्या कर दी, इसलिए हमारे जासूसी दिमाग़ में इस हत्याकांड को लेके कई सवाल उठते हैं
उन तीनों अपराधियों को कैसे मालूम था कि जब वहाँ पर वह हत्याकांड करेंगे तो उनका एनकाउंटर नहीं होगा क्योंकि अगर उनका एनकाउंटर हो जाता तो वह कैसे अपना वर्चस्व क़ायम करते, उनको ये कैसे मालूम है कि अगर वो ऐसी दुर्दांत हत्या के बाद अपनी गिरफ्तारियां देंगे तो आने वाले समय में सजा नहीं होंगी जबकि बिलकुल साफ़ है पुरे देश के मीडिया के सामने उनकी वीडियो रिकॉर्डिंग के अंदर यह हत्याकांड इन अपराधियों के द्वारा होते हुए देखा जा सकता है ऐसे में इन अपराधियों को आने वाले समय में कम से कम उम्र क़ैद ज़्यादा से ज़्यादा फाँसी होने की संभावना है क्योंकि ये साक्ष्य व सबूतों के साथ प्रमाणित हो रहा है हमें इस पूरे हत्याकांड में वजह और फ़ायदा कहीं और होता हुआ दिख रहा है काफ़ी समय से मीडिया में ये बातें चल रही थी की अतीक और अशरफ़ आने वाले समय में कुछ बड़े नामों का ख़ुलासा करने वाले हैं वो बड़े नाम आतंकवादी, अपराधी, बिज़नेसमैन, पॉलिटिशियन किसी के भी हो सकते थे कहीं ऐसा तो नहीं कि किसी गैंग ने इन तीनों अपराधियों को आधुनिक हथियार दे कर और प्लानिंग का तहत अतीक और अशरफ़ को रास्ते से हटा दिया और वो जो बड़े बड़े नामों के सवाल अतीक अशरफ़ की मौत के साथ ख़त्म हो गए इससे पता चलता है कि इस हत्याकांड की वजह और फ़ायदा कहाँ छुपा हुआ है हत्यारों ने अपने सबूतों को मिटाने के लिए काफ़ी काम किया होगा क्योंकि उनको पता था कि अगर एनकाउंटर मैं बच गए और अपनी गिरफ्तारियां दी तो इन्वेस्टिगेशन में पुलिस उनके आकाओं तक पहुँच जाएगी इसलिए हमें लगता है UP पुलिस इन्वेस्टिगेशन यूनिट को काफ़ी गहराई से छानबीन करनी होगी