जयपुर स्मार्ट सिटी में कई प्रोजेक्ट्स पूरे, 31 अभी भी अधूरे, अब तक 807 करोड़ रुपए खर्च…
जयपुर –राजस्थान में जयपुर स्मार्ट सिटी मिशन के 7 साल पूरे हो गए हैं। स्मार्ट सिटी आठवें साल में प्रवेश कर गया है।शहर में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत 133 प्रोजेक्ट्स तय किए गए थे। इनमें से 100 से ज्यादा परियोजनाएं पूरी कर ली गई हैं। अधिकारी बाकी प्रोजेक्ट्स को भी जल्द पूरा करने का दावा कर रहे हैं। बड़ा सवाल यह है कि जून तक की डेडलाइन में शहर के महत्पवूर्ण प्रोजेक्ट्स को कैसे पूरा किया जा सकेगा? जयपुर शहर की विरासत को मजबूत, खूबसूरत और स्मार्ट बनाने के मकसद से प्रोजेक्ट को शुरू किया गया, जिसके तहत चौड़ी सड़कें, व्यवस्थित पार्किंग, मॉडर्न ड्रेनेज सिस्टम और हैरिटेज निखार करने का था। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कई प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया गया है, जबकि कुछ परियोजनाएं अभी भी पाइपलाइन में हैं।
जेसीएसल के मुख्यालय में राजस्थान सरकार में मंत्री महेश जोशी ने स्मार्ट सिटी के तहत अब तक किए गए कार्यों पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि शहर के विकास में जयपुर स्मार्ट सिटी ने अहम भूमिका निभाई है। इसमें बड़े स्तर पर क्वालिटी वर्क किया गया, जिससे जयपुर की जनता लाभान्वित हुई।आईटी के क्षेत्र में भी जयपुर स्मार्ट सिटी ने कार्य किया। कुछ ही समय पहले सांसद रामचरण बोहरा ने शहर का दौरा कर कई आपत्तियों को गिनाया था, लेकिन मंत्री महेश जोशी ने कहा कि हरेक का अपना नजरीया होता है।मंत्री ने कहा कि हमलोगों को आगामी लक्ष्य पर काम करने को लेकर फोकस करना चाहिए।
मिशन के तहत जयपुर को एक हजार करोड़ रुपए का बजट दिया गया था और 133 प्रोजेक्ट्स को पूरा करने का लक्ष्य तय किया था। इनमें से 807 करोड़ रुपए खर्च कर अब तक 102 कार्य पूरे किए गए हैं। इनमें किशनपोल बाजार का जीर्णोद्धार, रूफटॉप सोलर प्रोजेक्ट, स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम, राजस्थान स्कूल ऑफ आर्ट का जीर्णोद्धार, स्मार्ट टॉयलेट्सऔर साइकिल शेयरिंग प्राजेक्ट जैसे काम शामिल हैं।स्मार्ट सड़क निर्माण, फसाड़ यान परकोटा, बाजारों और गेटों को दुरुस्त करना, चारदीवारी में बिजली की लाइनों को भूमिगत करना, 24 घंटे पानी की सप्लाई, हैरिटेज बिल्डिंगों का जिर्णोद्धार, एंट्री गेटों पर ब्यूटीफिकेशन आदि काम किए गए।