पटना के कई श्मशान घाट बाढ़ में डूबे, घुटने भर पानी में शव जला रहे लोग
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दीघा घाट पर स्थित शमशान घाट पूरी तरह जलमग्न हो गया है. अब लोग जेपी सेतु के ठीक बगल में बने मुख्य सड़क के पास ही शव को अंतिम संस्कार करने पर मजबूर हैं. दीघा घाट के डूबने के साथ पटना के गुलबी घाट भी बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ है.

अब लोग बाढ़ के पानी घुटने भर पानी मे खड़े होकर किसी तरह अंतिम संस्कार कर रहे हैं. पटना का बांस घाट में बना विद्युत शवदाह गृह ही एकमात्र सहारा बचा है जहां लोग अंतिम संस्कार कर पा रहे हैं.पटना के गुलबी घाट पर बने विद्युत शवदाहगृह में पानी घुसने और उससे हुए शार्ट सर्किट के बाद मशीन बंद हो गई जिसके बाद विद्युत शवदाह गृह को बंद कर दिया गया है. दीघा घाट, बांसघाट और गुलबी घाट के पास लकड़ी से कराए जाने वाले अंतिम संस्कार स्थल भी डूब गए हैं. ऐसे में शवों का अंतिम संस्कार बेहद मुश्किल हो गया है. परिजन घुटने भर पानी में घुस कर शवों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं.बता दें कि गुलबी घाट पर लोगो की सहायता के लिए नगर निगम के तरफ से विधुत शवदाह गृह का निर्माण कराया गया है जहां मात्र 300 रु में कोई भी व्यक्ति परिजनों का अंतिम संस्कार कर सकता है. गुलबी घाट के विद्युत शवदाह गृह में बाढ़ का पानी समा जाने के काऱण शार्ट सर्किट हो गया जिसके कारण शवदाह कर्म पूरी तरह ठप हो गया है.

गंगा का लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण पटना के दियारा के कई इलाकों में भारी तबाही मचाई है. दियारा के बंगाली टोला, राय हसनपुर जैसे गांव पूरी तरह तबाह हो गए हैं. यहां के लोग विस्थापित होकर अपने सारे समनो को लेकर पटना पहुंच रहे हैं और किसी तरह दिन काटने पर मजबूर हैं.