Indian footwear उद्योग को 2030 तक 26 अरब डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए घटकों का निर्माण अहम
Indian footwear उद्योग ने 2030 तक $26 अरब डॉलर के बाजार आकार को हासिल करने का लक्ष्य रखा है, जिसमें $8 अरब डॉलर का निर्यात भी शामिल है।
भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय की देखरेख में Indian footwear उद्योग ने 2030 तक $26 अरब डॉलर के बाजार आकार को हासिल करने का लक्ष्य रखा है, जिसमें $8 अरब डॉलर का निर्यात भी शामिल है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए, उद्योग घटकों के निर्माण और उन्नत प्रौद्योगिकी के उपयोग पर विशेष ध्यान दे रहा है। उद्योग के एक शीर्ष अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी और बताया कि आत्मनिर्भरता और उत्कृष्टता के उद्देश्य से भारतीय फुटवियर उद्योग तकनीकी नवाचार पर जोर दे रहा है।
वर्तमान स्थिति और विकास की दिशा
वर्तमान में, Indian footwear बाजार का आकार लगभग $18 अरब डॉलर है, जिसमें से $6 अरब डॉलर का निर्यात होता है। यह आंकड़े बताते हैं कि भारतीय फुटवियर उद्योग ने अच्छी प्रगति की है, लेकिन वैश्विक प्रतिस्पर्धा और आगामी लक्ष्यों को देखते हुए और अधिक विकास की आवश्यकता है। इसे हासिल करने के लिए, उद्योग घटकों के निर्माण और विभिन्न तकनीकों को अपनाने पर जोर दे रहा है, ताकि उत्पादन लागत को कम किया जा सके और गुणवत्ता में सुधार किया जा सके।
घटकों का निर्माण और तकनीकी उन्नति
Indian footwear उद्योग की सफलता के लिए घटक निर्माण एक अहम पहलू है। अब तक, फुटवियर निर्माण में कई घटक जैसे ऊपरी चमड़े, आउटसोल, इनसोल, और अन्य छोटे हिस्से विदेशों से आयात किए जाते थे। लेकिन अब सरकार और उद्योग मिलकर इन घटकों का घरेलू उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं। घटकों के स्वदेशी निर्माण से न केवल लागत में कमी आएगी, बल्कि आपूर्ति श्रृंखला में आत्मनिर्भरता भी बढ़ेगी, जो उद्योग के लिए स्थिरता और विकास सुनिश्चित करेगा।
इसके साथ ही, तकनीकी उन्नति पर भी ध्यान दिया जा रहा है। उन्नत मशीनरी और डिजिटलीकरण के माध्यम से उत्पादन की गति और गुणवत्ता में सुधार किया जा रहा है। इसके अलावा, ऑटोमेशन और रोबोटिक्स का उपयोग भी बढ़ाया जा रहा है, जो उत्पादन प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी और लागत-कुशल बना रहे हैं।
निर्यात का महत्व
Indian footwear निर्यात में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। वर्तमान में $6 अरब डॉलर का निर्यात होने के बावजूद, 2030 तक निर्यात का लक्ष्य $8 अरब डॉलर निर्धारित किया गया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, भारतीय फुटवियर उद्योग को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ प्राप्त करने के लिए गुणवत्ता और नवाचार पर अधिक ध्यान देना होगा।
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Indian footwear उद्योग के लिए घटकों का निर्माण और प्रौद्योगिकी का उपयोग अहम साबित हो सकता है, ताकि वह 2030 तक $26 अरब डॉलर के बाजार आकार को हासिल कर सके। उद्योग की आत्मनिर्भरता और गुणवत्ता में सुधार के लिए उठाए गए कदम भारतीय फुटवियर को वैश्विक स्तर पर एक मजबूत प्रतिस्पर्धी बना सकते हैं।