मनीष गुप्ता हत्याकांड: सुप्रीम कोर्ट में 12 नवम्बर से शुरू होगी सुनवाई, पत्नी मीनाक्षी ने लगाई है गुहार
गोरखपुर में पुलिस पिटाई में मारे गए प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता के मामले में सुप्रीम कोर्ट में उनकी पत्नी मीनाक्षी गुप्ता द्वारा लगाई गई रिट लिस्टेड हो गई है। इस मामले में 12 नवम्बर को सुनवाई होगी। इस रिट के जरिए मीनाक्षी की तरफ से उनके पति की हत्या के मामले में सीबीआई जांच की मांग की गई है।
गोरखपुर में दोस्तों के साथ गए बर्रा 3 निवासी मनीष गुप्ता के होटल के कमरे में 27 सितम्बर की देर रात पुलिस इंस्पेक्टर जेके सिंह टीम के साथ जांच के नाम पर घुसे थे। उस दौरान मनीष अपने दो और दोस्तों के साथ कमरे में मौजूद थे। पुलिस से थोड़ी कहासुनी में पुलिस ने उनकी बेरमही से पीटकर हत्या कर दी थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर मामले की जांच के लिए कानपुर पुलिस कमिश्ररेट में एसआईटी का गठन हुआ। इसके बाद इंस्पेक्टर समेत छह पुलिस र्किमयों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।
चार को बनाया पार्टी
क्रिमिनल रिट याचिका में स्टेट ऑफ उत्तर प्रदेश द्वारा चीफ सेक्रेटरी, गृह सचिव उत्तर प्रदेश, सीबीआई और कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय को पार्टी बनाया गया है। केस के लिस्टेड होने की जानकारी शासन से कानपुर पुलिस कमिश्रेट और प्रशासनिक अधिकारियों को भी दी गई है।
शुरू से सीबीआई की मांग
मनीष की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता घटना के बाद से ही सीबीआई जांच की मांग कर रही थी। उन्होंने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान भी यह मांग रखी थी। जिसपर मुख्यमंत्री ने संस्तुति देकर फाइल को आगे बढ़ा दिया था मगर सीबीआई ने इस केस को अब तक टेकओवर नहीं किया था। इसी बीच निर्भया केस की वकील सीमा समृद्धि ने मीनाक्षी से मुलाकात की। मीनाक्षी से बातचीत के बाद एडवोकेट के सहयोगी एडवोकेट आनंद शंकर की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में 21 अक्तूबर को सीबीआई जांच के लिए क्रिमिनल रिट याचिका दाखिल की गई।