ममता सरकार ने किया भारत बंद का विरोध, पढ़ें आज की 10 बड़ी खबरें
लखनऊ: केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मोर्चे ने आज और कल देशव्यापी बंद का आह्वान किया है. भारत बंद की वजह से दो दिन बैंकों का कामकाज ठप्प रह सकता है, क्योंकि अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ ने भी बंद को अपना समर्थन दिया है. ट्रेड यूनियनों की सरकार से श्रम संहिता को खत्म करने, किसी भी तरह के प्राइवेटाइजेशन को तत्काल प्रभाव से रोकने, राष्ट्रीय मौद्रीकरण पाइपलाइन यानी (एनएमपी) को खत्म करने, मनरेगा के तहत मजदूरी आवंटन के दिनों बढ़ाने और ठेका श्रमिकों को नियमित करने की मांग है.
1-जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट: अब यात्रियों से वसूला जायेगा 4 से 8 गुणा ज्यादा सुविधा शुल्क
जयपुर इंटरनेशनल एयररपोर्ट (Jaipur International Airport ) का लुक बदलने का काम जोरों पर चल रहा है. डोमेस्टिक और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को लुभाने के लिए अंदरुनी और बाहरी भाग को सुंदर बनाया जा रहा है. देश की बेहतरीन इंटीरियर डिजाइनर को एयरपोर्ट को सुंदर बनाने का कांट्रेक्ट दिया गया है. अगने तीन महीने में यह काम पूरा होना है. लेकिन ये सभी बदलाव हवाई यात्रियों पर भारी पड़ने वाले हैं. ये बदलाव यात्रियों की जेब ढीली (Inflation) करने का काम करेंगे. इतने सब बदलाव के बाद आम हवाई यात्री जब एयरपोर्ट से उड़ान भरेगा तो उसके सामने पैसों को बचाने की बड़ी चुनौती होगी. क्योंकि अंदर मिलने वाली हर सुविधा की कीमत उसे 4 से 8 गुणा ज्यादा चुकानी होगी.
जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट कोरोना के बाद फिर से उभरने लगा है. एयरपोर्ट पर समर शिड्यूल भी लागू कर दिया है और बैंकाक की फ्लाइट एक बार फिर जयपुर एयरपोर्ट से उड़ान भरने की तैयारी में है. सब सामान्य होते ही जयपुर एयरपोर्ट की शक्ल बदलने का काम शुरू कर दिया गया है. दिल्ली और मुंबई जैसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट जैसा यहां मेकओवर किया जा रहा है. एयरपोर्ट के भीतर और बाहरी भाग में सभी ब्राडेंड आऊटलेट खोले जा रहे हैं. यहां खाने पीने के समय यात्री को उत्पाद के सामान्य दामों से 5 से 8 गुणा ज्यादा दाम चुकाने होंगे.
2-प्रमोद सावंत आज लेंगे Goa के मुख्यमंत्री पद की शपथ, समारोह में PM मोदी व राजनाथ सिंह रहेंगे मौजूद
प्रमोद सावंत सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में लगातार दूसरी बार गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. हाल में संपन्न 40 सदस्यों वाली गोवा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 20 सीटें जीती थीं. कांग्रेस ने 11 और आम आदमी पार्टी ने 2 सीटें जीतने में कामयाब रही थीं. गोवा फॉरवर्ड पार्टी और रेवोल्यूशनरी गोवंस पार्टी के खाते में 1-1 सीटें आई थीं. इसके अलावा एमजीपी के 2 और 3 निर्दलीय विधायक जीते थे.
शपथ ग्रहण समारोह राजधानी पणजी के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में सुबह 11 बजे होगा, जिसमें 10,000 से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है. सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस समारोह में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहेंगे. राज्य में शपथ ग्रहण समारोह का प्रसारण विभिन्न समाचार चैनलों के माध्यम से भी किया जाएगा.
3-उत्तर-मध्य भारत में भीषण गर्मी और लू के थपेड़े, जानें अन्य जगहों पर कैसा रहेगा मौसम
उत्तर और मध्य भारत में मार्च में ही गर्मी से लोगों के पसीने छूटने शुरू हो चुके हैं. दक्षिण भारत तो गर्मी के लिए जाना ही जाता है. तेज धूप के कारण सुबह 10 बजे के बाद घर बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. पूरे दिन गर्म हवाएं चल रही हैं. कई राज्यों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है. उत्तर और मध्य भारत में मार्च के महीने में तापमान का 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाना इस बात का परिचायक है कि भीषण गर्मी पड़ने वाली है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 4-5 दिनों में पश्चिमोत्तर, मध्य और पश्चिमी भारत में गर्म हवाएं चलने की चेतावनी दी है. वहीं, पूर्वोत्तर भारत में हल्की बारिश होते रहने की संभावना जताई है. महाराष्ट्र के विदर्भ और मराठवाड़ा, पश्चिम राजस्थान, गुजरात, व पश्चिमी मध्य प्रदेश में पारा 40-41 डिग्री सेल्सियस छूने लगा है. आईएमडी के मुताबिक, पश्चिमोत्तर और मध्य भारत के ज्यादातर इलाकों में अगले चार दिनों में अधिकतम तापमान के धीरे-धीरे बढ़ने के आसार हैं. इसमें 2-3 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है.
4-मछुआरों और मछली पकड़ने वाली नौकाओं को छोड़ें, भारत की श्रीलंका को दो टूक
भारत सरकार (Government of India) ने मांग की है कि इस समय श्रीलंका (Sri Lanka) की हिरासत में मौजूद मछुआरों (Fisherman) और मछली पकड़ने वाली नौकाओं को जल्द से जल्द छोड़ा जाना चाहिए. एक आधिकारिक बयान के अनुसार, इस मुद्दे को मत्स्य पालन पर भारत-श्रीलंका संयुक्त कार्य समूह की 5वीं बैठक में उठाया गया, जो मार्च में डिजिटल तरीके से आयोजित की गई थी. दोनों देश मछुआरों से संबंधित मुद्दों को हल करने के लिए सहयोग करना और बातचीत में शामिल होना जारी रखेंगे.
बयान में कहा गया कि भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय में मत्स्य पालन विभाग के सचिव जतिंद्र नाथ स्वैन ने किया. भारतीय प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय, तमिलनाडु सरकार, पुडुचेरी सरकार, भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल के वरिष्ठ प्रतिनिधि शामिल थे.
5-ओडिशा निकाय चुनावों में BJD की प्रचंड जीत, सुलोचना दास ने रचा इतिहास, भुवनेश्वर की पहली महिला मेयर बनीं
बीजू जनता दल (BJD) की सुलोचना दास ने ओडिशा (Odisha) के भुनेश्वर नगर निगम (Bhubaneswar Municipal Corporation) की पहली महिला मेयर बनकर इतिहास रच दिया है. राज्य चुनाव आयोग (State Election Commission) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, चुनाव में उन्हें 1 लाख 74 हजार से ज्यादा वोट मिले और उन्होंने 61 हजार से भी ज्यादा मतों से जीत दर्ज की. इस ऐतिहासिक जीत पर सुलोचना दास ने भुनेश्वर की जनता और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का आभार जताया.
चुनाव में मिली जीत के बाद सुलोचना दास ने कहा कि, बेहतर और समृद्ध भुनेश्वर हमारी पहली प्राथमिकता होगी और हम इसके लिए काम करेंगे. उन्होंने कहा कि, बीजेडी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में भुनेश्वर में कई विकास कार्य जारी हैं और इन्हें आगे बढ़ाने व शहर के विकास के लिए सभी 67 पार्षद और मेयर मिलकर काम करेंगे.
6-पश्चिम बंगाल में अनुच्छेद 355 लागू करने की मांग, कांग्रेस ने ममता सरकार पर लगाए ये आरोप
पश्चिम बंगाल (West Bengal) प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शासन में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति चरमरा जाने का आरोप लगाते हुए रविवार को राज्य में अनुच्छेद 355 (Article 355) लागू करने की मांग की. चौधरी ने फरवरी में छात्र नेता अनीस खान की रहस्यमय मौत की निष्पक्ष एवं स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए हावड़ा में कदमताला से एस्प्लेनेड इलाके तक एक ‘पदयात्रा’ का नेतृत्व कर रहे थे.
बहरामपुर से सांसद चौधरी ने दावा किया, ‘‘पश्चिम बंगाल में एक के बाद एक घटना हो रही है. छात्र नेता अनीस खान को उसके घर की तीसरी मंजिल से धक्का दिया गया और जांच में असली दोषियों को बचाया जा रहा है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘फिर बीरभूम जिले के रामपुरहाट में बर्बर घटना हुई, जिसमें महिलाओं और बच्चों समेत आठ लोगों को जलाकर मार डाला गया. झालदा नगरपालिका से हमारे पार्षद तपन कंडू को नजदीक से गोली मारी गयी लेकिन कोई उचित जांच नहीं की गयी है. ये सभी घटनाएं राज्य में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति ध्वस्त होने और सत्तारूढ़ टीएमसी की मिलीभगत का संकेत देती हैं.’’
7-क्या शशिकला की अन्नाद्रमुक में फिर होगी वापसी? शीर्ष नेता पलानीस्वामी ने दिया बड़ा बयान
अन्नाद्रमुक (AIADMK) के शीर्ष नेता के पलानीस्वामी (K Palaniswami) ने रविवार को दोहराया कि पार्टी में वीके शशिकला के लिए कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि जो मामला पहले ही सुलझ चुका है, उसे कोई भी पुनर्जीवित नहीं कर सकता. अपने सहयोगी और पार्टी समन्वयक ओ पनीरसेल्वम के यह कहने के कुछ दिनों बाद कि उनके मन में दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता (J Jayalalithaa) की विश्वासपात्र शशिकला के प्रति व्यक्तिगत रूप से सम्मान है, पलानीस्वामी ने स्पष्ट किया कि अन्नाद्रमुक में उनकी वापसी की कोई गुंजाइश नहीं है.
सलेम में संवाददाताओं से मुखातिब पलानीस्वामी से जब यह पूछा गया कि क्या शशिकला को अन्नाद्रमुक में वापस लिए जाने की संभावना है तो उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान ने उन्हें संगठन में शामिल करने के खिलाफ पहले ही एक प्रस्ताव पारित कर दिया था और बाद में राज्यभर में पार्टी की जिला इकाइयों द्वारा भी ऐसे ही प्रस्ताव पारित किए गए थे.
8-मालदीव में Anti-India अभियान क्यों पकड़ने लगा है जोर? क्या है इसके पीछे की असली वजह, जानिए डिटेल्स
महज 5 लाख की आबादी वाला मालदीव (Maldives) हिन्द महासागर (Indian ocean) में अपनी भू-राजनीतिक स्थितियों के कारण एशियाई राजनीति के केंद्र में आ गया है. हालांकि भारत के साथ सामाजिक, सास्कृतिक और भौगोलिक निकटता के कारण सदियों से मालदीव का हमारे साथ बेहतर संबंध रहा है लेकिन हालिया चीनी उत्कर्ष और उसके प्रलोभन के कारण मालदीव हमारे लिए बेहद नाजुक मसला बन गया है. फिलहाल मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह (president Ibrahim Solih ) भारत का नजदीकी दोस्त हैं और हमारे विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर (Dr S Jaishankar) मालदीव की यात्रा पर हैं लेकिन उनके मालदीव पहुंचने से एक दिन पहले ही मालदीव की विपक्षी पार्टियों ने भारत विरोधी अभियान के तहत बड़ी रैली का आयोजन किया था जिस पर भारत समर्थित इब्राहिम सोलिह की सरकार ने संसद की आपात बैठक बुलाकर रोक लगा दी.
यह रैली 25 मार्च को होने वाली थी और 26 मार्च को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर वहां विभिन्न परियोजनाओं का उदघाटन करने पहुंचने वाले थे. लेकिन मालदीव की संसद ने 23 मार्च को ही आपात बैठक बुलाकर इस पर रोक लगा दी. मालदीव की संसद में कहा गया कि इस तरह की रैली राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है और हमारे पड़ोसी देश के साथ कलह को बढ़ावा देता है. इस प्रस्ताव के बाद मालदीव की नेशनल डिफेंस फोर्स ने रैली को रोक दिया.
9-अब फोन पर नहीं सुनाई देगी कोरोना संदेशों की ‘कॉलर ट्यून’, जानें क्या है इसकी वजह
कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की शुरुआत के समय से दूरसंचार प्रदाताओं द्वारा कोविड-19 (Covid-19) के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कॉल से पहले निर्धारित घोषणाएं जल्द ही इतिहास बन सकती हैं. बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लगभग 2 वर्ष बाद सरकार अब कॉल से पहले कोविड-19 संदेशों (Covid Caller Tune) को हटाने पर विचार कर रही है. सरकार को कई ऐसे आवेदन मिले हैं, जिसमें कहा गया है कि ये संदेश अपने उद्देश्य को पूरा कर चुके हैं और कई बार आपात स्थिति के दौरान महत्वपूर्ण कॉल में देरी होती है.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि दूरसंचार विभाग ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर कॉल पूर्व की इन घोषणाओं और कॉलर ट्यून को हटाने का अनुरोध किया है. उसने सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के साथ-साथ मोबाइल ग्राहकों से प्राप्त आवेदनों का हवाला दिया है.एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, ‘‘स्वास्थ्य मंत्रालय अब देश में महामारी की स्थिति में सुधार के मद्देनजर इन ऑडियो क्लिप को हटाने पर विचार कर रहा है, जबकि महामारी के खिलाफ सुरक्षा उपायों के बारे में जन जागरूकता फैलाने के अन्य उपाय जारी रहेंगे.’’
10-SC में दायर हुई याचिका, J&K में हिंदुओं, सिखों के नरसंहार के अपराधियों की पहचान के लिए SIT की मांग
जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में 1989 से 2003 के बीच हिंदुओं और सिखों के कथित नरसंहार (Hindus Sikhs Genocide) में शामिल अपराधियों की पहचान करने के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) के गठन की मांग को लेकर उच्चतम न्यायालय (Supreme court) में एक याचिका दायर की गई है.गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) ‘वी द सिटिजन्स’ द्वारा दायर याचिका में उन हिंदुओं और सिखों की गणना करने का निर्देश देने की भी मांग की गई है, जो जम्मू-कश्मीर में “नरसंहार” के शिकार हुए हैं या इससे बच निकलने में कामयाब हुए हैं तथा अब भारत के विभिन्न हिस्सों में रह रहे हैं. याचिका में ऐसे लोगों के पुनर्वास के निर्देश की भी मांग की गयी है. याचिका में कहा गया है, “याचिकाकर्ता ने कश्मीर के प्रवासियों से जुड़ी किताबों, लेखों और संस्मरणों को पढ़कर शोध किया है. याचिकाकर्ता ने जिन प्रमुख पुस्तकों की जांच की है उनमें जगमोहन द्वारा लिखित ‘माई फ्रोजन टर्बुलेंस इन कश्मीर’ और राहुल पंडिता द्वारा ‘अवर मून हैज़ ब्लड क्लॉट्स’ शामिल हैं. ये दो पुस्तकें वर्ष 1990 में भयानक नरसंहार और कश्मीरी हिंदुओं एवं सिखों के पलायन का प्रत्यक्ष विवरण देती हैं.”