ममता बनर्जी बोलीं- सोनिया गांधी से हर बार मिलना जरूरी है क्या?
नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को संकेत दिया कि वह अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के विस्तार कार्यक्रम को जारी रखेंगी. उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के संसदीय क्षेत्र वाराणसी और महाराष्ट्र का दौरा भी करेंगी. हालांकि कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी (Congress Chief Sonia Gandhi) से मिलने की योजना पर ममता बनर्जी ने जो जवाब दिया उससे दोनों नेताओं और पार्टियों के बीच के संबंधों पर सवाल खड़े हो रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण ( air pollution) को देखते हुए निर्माण कार्यों पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया है. कोर्ट ने इलेक्ट्रिकल, कारपेंट्री, इंटीरियर वर्क और प्लंबिंग कार्यों पर छूट दी है. चीफ जस्टिस एनवी रमन, जस्टिस डीवायचंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्य कांत की बेंच ने यह फैसला सुनाया है. उन्होंने केंद्र सरकार, राज्य सरकार और वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग से आवश्यक कदम उठाने को कहा है. मामले की अगली सुनवाई 29 नवंबर को होगी. हालांकि 22 नवंबर से दिल्ली और एनसीआर में वायु गुणवत्ता में हुए हल्के सुधार के बाद वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने पहले लगाए गए प्रतिबंध को हटा लिया था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी से जब सोनिया गांधी संग मुलाकात को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, ऐसी कोई योजना नहीं है, वो लोग पंजाब चुनावों में व्यस्त हैं. इसके बाद उन्होंने कहा, “हमें हर बार सोनिया से क्यों मिलना चाहिए? यह संवैधानिक रूप से अनिवार्य नहीं है.” ममता बनर्जी और सोनिया गांधी के संबंध काफी अच्छे माने जाते रहे हैं हालांकि पश्चिम बंगाल में दोनों पार्टियों के संबंध लगातार बिगड़े हैं. बता दें कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद और कांग्रेस की हरियाणा इकाई के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था.