मालिनी अवस्थी, कैलाश खेर बिखेरेंगे सांस्कृतिक रंग

उत्तर प्रदेश में वाराणसी के गंगा तट पर गुरुवार से एक सप्ताह तक भव्य महाशिवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। 11 से 16 मार्च के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पंडित राजन-साजन मिश्र, कैलाश खेर, मालिनी अवस्थी समेत अनेक जाने-माने कलाकार लोगों का मनोरंजन करेंगे।
प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य एवं प्रोटोकॉल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ0 नीलकंठ तिवारी ने मंगलवार को बताया कि 11-16 के दौरान राजघाट पर शाम छह से रात 10 बजे तक प्रतिदिन विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इस संबंध में पर्यटन विभाग के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये हैं तथा तैयारियां की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि वाराणसी की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा के अनुरूप महोत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन किये जाएंगे ताकि पूरी ‘काशी’ शिवमय हो जाये। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ बनारस घराने के कलाकारों को प्राथमिकता दी जाएगी।
डॉ तिवारी ने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रस्तावित कार्यक्रम स्थल तक आने-जाने वाले मुख्य मार्गों की व्यापक साफ-सफाई, प्रकाश के साथ-साथ वाहनों की पार्किंग की समुचित व्यवस्था के निर्देश दिये।
उन्होंने बताया कि महोत्सव पर्व के पहले दिन 11 मार्च को पद्मभूषण पंडित राजन-साजन मिश्र का शास्त्रीय गायन, हरिप्रसाद का बांसुरी वादन, माया कुलश्रेष्ठ का कत्थक तथा अंजली पाठक का गायन होगा। 12 मार्च को कवि सम्मेलन में सुनील जोगी एवं अन्य कवि लोगों का मनोरंजन करेंगे। नीरज मिश्र का सितार वादन, शुभम केसरी का कत्थक तथा राकेश तिवारी का गायन कार्यक्रम भी होंगे। 13 मार्च को कैलाश खेर का गायन होगा। इसके अलावा अमलेश शुक्ल एवं मधुमिता भट्टाचार्य के गायन एवं अतुल शंकर का बांसुरी वादन के कार्यक्रम रखे गये हैं।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि 14 मार्च को राजेंद्र प्रसन्ना का बांसुरी वादन, शिवानी शुक्ला का कत्थक, सुनिधि पाठक का गायन, गणेश पाठक का गायन, जय पांडेय का गायन तथा देवाशीष डे का शास्त्रीय गायन होगा। 15 मार्च को पद्मश्री सोमा घोष का शास्त्रीय गायन के अलावा सुनंदा शर्मा का गायन, शुभ महाराज का तबला वादक, सौरव-गौरव मिश्र का कत्थक, सुजीत तिवारी का गायन तथा माता प्रसाद एवं शिवशंकर का कत्थक लोगों के मनोरंज के मुख्य केंद्र होंगे।
उन्होंने बताया कि अंतिम दिन 16 मार्च को पद्मश्री मालिनी अवस्थी का लोक गायन होगा। इसके साथ ही राहुल-रोहित मिश्र अपने शास्त्रीय गायन, सुखदेव मिश्र वादन, विशाल कृष्णा कत्थक तथा मुन्नालाल यादव अपने बिरहा गायन से मनोरंजन करेंगे।
डॉ तिवारी ने बताया कि 11 से 13 मार्च के दौरान वाराणसी में ‘फैम टूअर’ का भी आयोजन किया गया है, जिसमें देश के विभिन्न प्रदेशों एवं प्रमुख स्थलों के टूर ऑपरेटर यहां आयेंगे। प्रतिभागियों को वाराणसी के विकास कार्यों एवं यहां के आकर्षण परिचित कराया जाएगा ताकि वे अपने यहां के पर्यटकों को इससे अवगत करा सकें। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक पर्यटकों को वाराणसी बुनाने तथा यहां ठहरकर कैथी स्थित मारकंडेय महादेव, शूलटंकेश्वर, रामेश्वरम, काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर, मानमहल घाट सहित गंगा के घाटों, बड़ा लालपुर स्थित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल सहित सारनाथ के ‘लाइट एंड साउंड शो’ देखा है।
बैठक में संयुक्त निदेशक पर्यटन अविनाश मिश्रा, पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

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