महोबा के व्यापारी पस्त मंडी अस्त-व्यस्त !!
उत्तर प्रदेश के तमाम जगहों पर घनघोर बारिश के चलते पानी ने हाहाकार मचा रखा है….कहीं पर भारी जलभराव की समस्या से आम आदमी का जीना दुश्वार है तों कहीं पर बरसात के पानी के चलते व्यापारी हड़ताल करने को मजबूर हो चलें हैं…..
ऐसे हालातों में योगी आदित्यानाथ के अफसरानों ने भी इनकी समस्या को लेकर कुछ भी न करने की कसम खा रखी है ….उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है…जहां बारिश के चलते सब्जी व्यापारी हड़ताल करने पर मजबूर हैं……बारिश के मौसम में न तो व्यापारियों को कोई सरकारी सुविधा दी जा रही है और न ही प्रशासनिक अधिकारी उनकी सुध ही ले रहें हैं…..रही सही कसर खानाबदोश की भूमिका अदा कर रहें व्यापारियों ने हड़ताल का सहारा लेकर पूरी कर दी है….जिसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ता नजर आ रहा है…..पिछले दो सालों का वख्त गुजर जाने के बाउजूद भी इन सब्जी व्यापारियों को प्रशासन द्वारा सिर्फ आश्वासन का कोरा लिफाफा ही थमाया जा रहा है…..
बेसुध और खस्ताहालातों का सामना कर रहें जनपद महोबा के सब्जी विक्रताओं ने मजबूरन हड़ताल का रुख इख्तियार कर लिया है….व्यापारियों का आरोप है की जनपद में काबिज हुक्मरानों से कई कर्तबा स्थाई भूमि दिलाए जाने की मांग किए जाने के बाउजूद भी उन्हें शहर के दूसरे छोर पर जबरन फेक दिया गया है….जहां न सिर्फ बारिश के मौसम में भीषण जलभराव और कीचड़ का सामना सीधे तौर पर करना पड़ रहा है…..बल्कि कई बार अधिकारियों से शिकायत करने के बाउजूद भी उन्हें कोई सरकारी तवज्जों नही दी जा रही है…..
कुल मिलाकर अगर कहें तो योगी राज में सरकारी मलाई चट कर रही अफसशाही उनकी इस समस्या पर अब तक चुप्पी साधे हुए है…..जिसका सीधा असर सब्जी विके्रताओं के व्यवसाय पर पड़ रहा है…..
कीचड़ से सराबोर रास्ते……बंद पड़ी दुकानों पर लटकते ताले…..और एसडीएम की चैखट पर अपनी समस्या का पुलिंदा लेकर पहुचे व्यापारी….ये नजारा उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद का है….जहां सरकारी खानापूर्ति और खोखले आश्वासन के चलते सब्जी विक्रेताओं ने हड़ताल का रास्ता चुन लिया है……
बारिश के मौसम में भीषण जलभराव और कीचड़ का सामना करने को मजबूर इन सब्जी विक्रेताओं द्वारा पिछले दो सालों से सब्जी मंडी के लिए नियत स्थान दिलाए जाने की प्रशासन से मांग की जा रही है….लेकिन क्या मजाल साहब जो जनपद में काबिज अधिकारियों द्वारा इस दिशा में अभी तक एक कदम भी बढ़ाया गया हो……
समस्या की शिकायत कई बार करने के बाउजूद हालात जस के तस बनें हुए हैं…..जिसके चलते प्रशासन की लापरवाही से आजिज आकर अब ये व्यापारी हड़ताल पर जा पहुचें हैं…..योगी राज में सरकारी लापरवाही की गवाही देती ये तस्वीर इस जनपद के लिए कोई नई बात नही है….अखिलेश सासन काल में बनाई गई अधिकांश मडिंया खाली होने के बाउजूद भी इन व्यापारियों को खेत की चिकनी मिटट्ी के बीच अपने व्यापार को चलाना पड़ रहा है…..व्यापारियों का आरोप है की प्रशासन द्वारा उन्हें सीधे तौर पर नजर अंदाज किया जा रहा है…..
वर्ष 2013-14 मेें जनपद में बनवाई गई अधिकांश मंडियां खाली पड़ी हुई हैं लेकिन उसके बाउजूद भी उनके साथ सौतेला जैसा व्यवहार किया जा रहा है….जिसके चलते अब व्यापारी वर्ग हड़ताल करने को मजबूर हो चला है……योगी सरकार में व्यापारियों को बेहतर सुविधा देने का वादा किया गया था….लेकिन इतने साल गुजर जाने के बाद भी सरकारी अफसरशाही को सरकार द्वारा किए गए वादे याद नही आ रहें हैं……..हड़ताल करने को मजबूर व्यापारियों न एसडीएम सदर से मुलाकात कर उन्हे शिकायती पत्र सौपा हैं…..
सब्जी व्यापारियों का मानना है की अगर उनकी समस्या का हल जल्द नही निकाला गया तो आने वाले वख्त में इसका असर आम आदमी की जेब पर भी पड़ेगा……..जिसकी जिम्मेदारी जनपद में काबिज अफसरानों की होगी न की व्यापारी वर्ग की……….