महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने मनरेगा के लिए बताया ये इससे पड़ सकता रोजगार पर असर
मध्यप्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने मध्यप्रदेश राज्य रोजगार गारंटी परिषद की बैठक में कहा कि मनरेगा के अपूर्ण कार्य प्राथमिकता और पारदर्शिता से पूर्ण करें और पूर्ण हो चुके मोक्षधामों के आस-पास वृक्षारोपण कार्य करवाया जाये।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार सिसोदिया ने प्रत्येक ग्राम पंचायत में न्यूनतम एक सुदुर संपर्क सड़क निर्माण कराये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में महात्मा गांधी नरेगा तथा अन्य योजनाओं के मध्य अभिसरण से आए बदलाव का अध्ययन करें। प्रदेश में अधिकाधिक जलसंरक्षण के कार्य नरेगा के तहत लिए जाए। वाटर शेड की जो परियोजनाएँ पूर्ण नहीं हो सकी हैं, उन्हें नरेगा के तहत पूरा कराया जाए।
बैठक में बताया कि महात्मा गांधी नरेगा अन्तर्गत एनईएफएम से भुगतान किया जा रहा है। लोकपाल कार्यालय में वर्ष 2013 से 2020 के मध्य पंजीकृत प्रकरणों की संख्या 655 है, जिसमें से 359 प्रकरण निराकृत हो चुके है। वर्तमान में महात्मा गांधी नरेगा अन्तर्गत श्रमिक को प्रतिदिन 190 रूपये मजदूरी दी जा रही है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव सचिन सिन्हा, मध्यप्रदेश राज्य रोजगार गांरटी परिषद की संचालक निधि निवेदिता, ग्रामीण आजीविका मिशन के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एम एल बेलवाल सहित अन्यप्राधिकारी उपस्थित थे।