धूमधाम से मनाई जा रही महावीर जयंती
न्यूज नशा डेस्क। आज पूरे देश के अलावा कई देशों में जैन धर्म के 24वें और अंतिम तीर्थंकर भगवान महावीर की जयंती मनाई जा रही है। जैन धर्म के अनुयायी भंडारे लगा रहे हैं और एक-दूसरे को शुभकामनाएँ दे रहे हैं।
बता दें कि जैन धर्म की दो शाखाएँ हैं- दिगम्बर और श्वेतांबर। दोनों की शाखाओं के अनुयायियों में सभी 24 तीर्थंकरों की बराबर मान्यता है। हालांकि कुछ मान्यताओं को लेकर दिगम्बर और श्वेतांबर अनुयायी अलग-अलग मत रखते हैं, लेकिन दोनों की धार्मिक भावनाएँ एक ही हैं।
करीब 615 ईसा पूर्व बिहार के वैशाली में जन्मे भगवान महावीर का जन्म वहां के राजा सिद्धार्थ और रानी त्रिशला के पुत्र के रूप में हुआ था। यह दिन जैन समुदाय के लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि समस्त विश्व के लिए बहुत महत्व रखता है, क्योंकि भगवान महावीर ने लोगों को सत्य, अस्तेय, अहिंसा, पवित्रता, अनाशक्ति और शांति के मार्ग पर चलते हुए सांसारिक सुख त्यागने और मोक्ष की खोज करने की शिक्षा दी। महावीर जयंती के उपलक्ष्य पर न्यूज नशा परिवार समस्त विश्व को, विशेषकर जैन धर्म के अनुयायियों को शुभकामनाएँ प्रेषित करता है। जय महावीर, जय जिनेंद्र!