3 दशक बाद पूरा हुआ महर्षि महेश योगी जी का सपना, अयोध्या में रामायण विश्वविद्यालय और कानपुर में कृषि विश्वविद्यालय को मिली सरकार की अनुमति
महर्षि संस्थान को महर्षि महेश योगी जी के आशीर्वाद और संस्थान के अध्यक्ष श्री अजय प्रकाश श्रीवास्तव के निर्देशन में दो बड़ी सफलता हासिल हुई हैं। हाल ही में हुई उत्तर प्रदेश की कैबिनेट बैठक में महर्षि संस्थान को अयोध्या में महर्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय और कानपुर के बिल्हौर में महर्षि महेश योगी अंतर्राष्ट्रीय कृषि विश्वविद्यालय के लिये सरकार की ओर से उत्तर प्रदेश निजी विश्वविद्यालय अधिनियम, 2019 की धारा 6 के प्रावधानों के अंतर्गत आशय पत्र जारी किए जाने के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है।
पिछले कई वर्षों से इन दो विश्वविद्यालयों के लिये प्रयासरत महर्षि संस्थान के लिये ये बड़ी उपलब्धि है। संस्थान के अध्यक्ष श्री अजय प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि ये सपना आज से 3 दशक पहले महर्षि महेश योगी जी ने देखा था जिसे पूरा करने का मार्ग उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशस्त किया है। महर्षि महेश योगी जी का सपना था कि हमारे देश के युवा कृषि के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण कार्य करें औैर रामायण और वेदों में छिपे ज्ञान को जानें ।
संस्थान के अध्यक्ष श्री अजय प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि महर्षि महेश योगी जी ने पूरे विश्व को हमारी वैदिक परंपरा से परिचय कराया और विश्व के कई देशों में विद्यालयों का निर्माण कराया । महर्षि महेश योगी जी देश के हर युवा तक रामायण और वेदों में छिपे ज्ञान को पहुंचाना चाहते थे, इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने रामायण विश्वविद्यालय और कृषि विश्वविद्यालय की परिकल्पना की थी, जहां पर युवा न सिर्फ हमारे वेद, पुराणों और रामायण में छिपे ज्ञान को जानें बल्कि उस पर शोध भी करें, साथ ही कृषि विश्वविद्यालय में शिक्षा हासिल करने के बाद हमारे युवा कृषि के क्षेत्र में उच्च शिक्षा हासिल करने के साथ-साथ कृषि अनुसन्धान के ज़रिये कीटनाशकों से परहेज़ करते हुए कृषि की गुणवत्ता और उपज को भी बढ़ा सकें ।
उत्तर प्रदेश सरकार से आशय पत्र मिलने के बाद महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट और स्वामी बृह्मानंद सरस्वती चैरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारियों, सदस्यों सहित सनातन धर्मावलम्बियों में ख़ुशी का माहौल है। वहीं इस मौक़े पर महर्षि महेश योगी संस्थान के उपाध्यक्ष श्री राहुल भारद्वाज ने भी ख़ुशी ज़ाहिर की और कहा कि दोनों ही विश्वविद्यालयों को अंतर्राष्ट्रीय तकनीक व उन्नत संसाधनों से परिपूर्ण यूनिवर्सिटी बनाया जाएगा जिससे युवाओं को नए रोजगार के अवसर मिलेंगे ।