महाराष्ट्र को कोवैक्सिन की मिली मात्र 36,000 डोज, 67% तक गिरा टीकाकरण
मुंबई. देश में कोरोना (Corona) का संक्रमण खतरनाक रूप लेता जा रहा है. कोरोना की इस जंग में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को बड़ा हथियार माना जा रहा है. यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) कई बार लोगों से कर चुके हैं. हालांकि कोरोना वैक्सीन को लेकर अब केंद्र और राज्य सरकारों के बीच टकराव की स्थिति बनती जा रही है. महाराष्ट्र सरकार ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने कोवैक्सिन (Covaxin) की सिर्फ 36 हजार खुराक की आपूर्ति की है जबकि राज्य में 5.5 लाख लोग अपनी दूसरी डोज का इंतजार कर रहे हैं.
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक की 7.03 लाख खुराकें भी मिलीं हैं जो राज्य को केवल तीन और दिनों तक टीकाकरण अभियान चलाने में मदद कर सकती हैं. यही नहीं वैक्सीन के अभाव में मुंबई में कोरोना टीकाकरण अभियान में 67% की गिरावट देखी गई है. यहां पर 18 से 44 आयु वर्ष के लोगों के लिए राहत की बात ये हैं कि अब महाराष्ट्र में 18 साल के ऊपर के युवाओं का टीकाकरण और तेज गति से हो सकेगा. बता दें कि महाराष्ट्र को रविवार को 3.5 लाख कोविशिल्ड की दूसरी खेप मिल गई है, जिसे भारत के सीरम इंस्टीट्यूट से खरीदा गया है. इस खेप से पहले, सीरम इंस्टीट्यूट ने 1 मई को कोरोना टीकाकरण शुरू करने के लिए 3 लाख खुराक की आपूर्ति की थी, जबकि भारत बायोटेक ने 4.79 लाख कोवैक्सिन डोज दी थी.
सीरम इंस्टीट्यूट ने महाराष्ट्र ने मई के महीने में 13.5 लाख खुराक देने का वादा किया है. नई खेप का मतलब होगा कि 18-44 आयु वर्ग का टीकाकरण अभियान कुछ समय के लिए अपनी मौजूदा गति से जारी रहेगा. हालांकि राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. दिलीप पाटिल ने कहा कि कोवैक्सिन की अनुपलब्धता अभी भी महाराष्ट्र में चल रहे टीकाकरण अभियान के लिए चिंता का विषय बनी हुई है.
केंद्र सरकार ने कोरोना की दवा, वैक्सीन और आक्सीजन कंसंट्रेटर्स की घरेलू आपूर्ति तथा वाणिज्यिक आयात पर वस्तु व सेवाकर हटाने से इनकार कर दिया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अगर जीएसटी हटा दिया गया तो आम उपभोक्ता के लिए ये सभी सामान महंगे हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि जीएसटी हटने पर इनके निर्माता उत्पादन में इस्तेमाल कच्चे माल और दूसरे सामानों पर चुकाए गए टैक्स के लिए इनपुट-टैक्स-क्रेडिट का दावा नहीं कर सकेंगे.