महाराष्ट्र 12वीं बोर्ड का एग्जाम भी रद्द हो, राज्य की शिक्षा मंत्री ने भेजा प्रस्ताव

मुंबई. महाराष्ट्र सरकार ने भी केंद्र की तर्ज पर राज्य की 12वीं बोर्ड की परीक्षा को रद्द करने के लिए आपदा मंत्रालय के सामने प्रस्ताव रखा है. प्रदेश की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, ‘आपदा मंत्रालय के सामने प्रस्ताव रखा गया है कि जिस तरीके से CBSE की 12वीं बोर्ड की परीक्षा को रद्द किया गया है, उसी तरह से महाराष्ट्र 12वीं बोर्ड का एग्जाम भी रद्द किया जाए.’

शिक्षा मंत्री ने कहा कि छात्रों की सेहत की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है और आने वाले दो-तीन दिनों में 12वीं स्टेट बोर्ड एग्जाम पर फैसला हो जाएगा. महाराष्ट्र में CBSE 12वीं बोर्ड के 25 हजार छात्र हैं, जबकि स्टेट बोर्ड 12वीं के छात्रों की संख्या 14 लाख के आसपास है.

राज्य सरकार ने इससे पहले 10वीं बोर्ड के एग्जाम रद्द कर 10वीं के छात्रों का मूल्यांकन कर नतीजे घोषित करने का फैसला किया था जिसके नतीजे जुलाई में आएंगे. 12वीं स्टेट बोर्ड एग्जाम के लिए भी राज्य सरकार इसी तरह के प्रस्ताव के बारे में सोच रही है.

महामारी को देखते हुए सीबीएसई ने 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कीं

गौरतलब है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर केंद्र सरकार ने मंगलवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया है. प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद इस फैसले की घोषणा की गई. साथ ही यह फैसला भी हुआ कि सीबीएसई 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के परिणामों को समयबद्ध तरीके से एक पूर्णत: स्‍पष्‍ट उद्देश्यपरक मानदंड के अनुसार संकलित करने के लिए आवश्‍यक कदम उठाएगा. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि पिछले साल की तरह ही यदि कुछ विद्यार्थी परीक्षा में बैठने की इच्छा रखते हैं, तो स्थिति अनुकूल होने पर सीबीएसई द्वारा उन्हें ऐसा विकल्प प्रदान किया जाएगा.

इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव, कैबिनेट सचिव और शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.

Related Articles

Back to top button