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Mahakumbh 2025 Stampede: प्रयागराज पहुंची जांच टीम, CCTV और ज़मीनी हालात के आधार पर होगी पड़ताल

महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुए हादसे की जांच तेज कर दी गई है। इस मामले की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग ने शुक्रवार को प्रयागराज में अधिकारियों के साथ पहली बैठक की। आयोग के अध्यक्ष, सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति हर्ष कुमार ने बताया कि घटनास्थल की टोपोग्राफी (भौगोलिक स्थिति) और वहां के हालात का अध्ययन किया जा रहा है।

जांच आयोग ने तेज की कार्रवाई

महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान के दौरान मची भगदड़ की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग ने अपनी कार्यवाही तेज कर दी है। शुक्रवार को आयोग के अध्यक्ष, सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति हर्ष कुमार ने प्रयागराज में अधिकारियों के साथ पहली बैठक की। इसके बाद आयोग की टीम ने संगम नोज के पास घटनास्थल का दौरा भी किया।

न्यायमूर्ति हर्ष कुमार ने बताया कि मौके की टोपोग्राफी और वहां की परिस्थितियों को गहराई से समझा जा रहा है। जांच में CCTV फुटेज और अन्य सबूतों का भी बारीकी से विश्लेषण किया जाएगा।


क्या हुआ था हादसे में?

महाकुंभ में मौनी अमावस्या के स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी, जिससे भगदड़ मच गई। इस दर्दनाक हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया था।

इस आयोग की अध्यक्षता इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति हर्ष कुमार कर रहे हैं। उनके साथ सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डी.के. सिंह और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी वी.के. गुप्ता भी शामिल हैं। आयोग को एक महीने के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट सौंपनी होगी।


हादसे की गहराई से जांच

आयोग ने अधिकारियों से इलाके की भौगोलिक स्थिति और हादसे के कारणों को लेकर विस्तार से जानकारी ली। न्यायमूर्ति हर्ष कुमार ने कहा कि यह घटना अचानक हुई थी, लेकिन इसके पीछे की असली वजहों को सिलसिलेवार तरीके से समझने की कोशिश की जा रही है।

उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो आयोग की टीम दोबारा घटनास्थल का दौरा करेगी। आयोग के अन्य सदस्य, डी.के. सिंह और वी.के. गुप्ता ने भी जांच में तेजी लाने पर जोर दिया है।


तेजी से पूरी होगी जांच

आयोग के अध्यक्ष हर्ष कुमार ने कहा कि उनके पास सिर्फ एक महीने का समय है, लेकिन जांच को प्राथमिकता के साथ तेजी से पूरा किया जाएगा। साथ ही, इस प्रक्रिया में महाकुंभ की तैयारियों में कोई रुकावट न आए, इसका भी ध्यान रखा जाएगा। आयोग सभी सबूतों और तथ्यों का गहराई से विश्लेषण कर किसी ठोस नतीजे पर पहुंचेगा।


घायलों से भी होगी पूछताछ

आयोग ने घायलों से भी बातचीत करने की योजना बनाई है। न्यायमूर्ति हर्ष कुमार ने बताया कि घायलों से मिली जानकारी जांच को सही दिशा देने में मदद करेगी। किसी एक पहलू पर ध्यान देने की बजाय, सभी संभावित कारणों पर विचार किया जाएगा।

गौरतलब है कि इससे पहले, आयोग के तीनों सदस्यों ने गुरुवार को लखनऊ स्थित अपने कार्यालय में कामकाज की शुरुआत की थी। न्यायमूर्ति हर्ष कुमार ने कहा था कि जांच को प्राथमिकता दी जा रही है, इसलिए आयोग ने बिना देर किए अपना काम शुरू कर दिया है।

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