M-J समीकरण से अखिलेश यादव को चुनाव में होगा कितना फ़ायदा, देखें न्यूजनशा का वीडियो

M-J समीकरण पर अखिलेश यादव का इस चुनाव में हैं पूरा फोकस, जीत की तय कर रहे राह

लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में महज कुछ दिन और बचे हुए हैं ऐसे में यूपी की राजनीति में पश्चिमी यूपी की जनता को घेरने के लिए सभी पार्टियां दौरा कर रही हैं. पहले चरण के मतदान से पहले बीजेपी के तमाम बड़े नेता पश्चिमी यूपी में लगातार दौरे कर रहे हैं. इसके साथ ही घर-घर जाकर कैंपेन भी कर रहे हैं. भाजपा  के गृह मंत्री, मुख्यमंत्री, तमाम बड़े चेहरे डोर टू डोर जाकर प्रचार कर रहे हैं. ऐसे में 28 जनवरी को सपा प्रमुख अखिलेश यादव आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ वेस्ट यूपी के मेरठ और मुज्जफरनगर के दौरे पर जाने वाले थे तब उन्हें दिल्ली से हेलीकॉप्टर नहीं मिला. उन्होंने इसको लेकर ट्वीट भी किया कि कैसे बीजेपी के नेता अपने उड़नखटोले से निकले, लेकिन ये नहीं उड़ पाए. जिसकी वजह से उन्हें मुज्जफरनगर जाने में काफी मुश्किलें आई ऐसे में यह जानना बेहद जरुरी हैं कि वाकिए में मुश्किलें आईं या ये सब भाजपा के राजनीतिक पैतरें हैं अखिलेश यादव को रोकने के?

जानें क्या है M-Y की जगह M-J समीकरण

वेस्ट यूपी के लोग काफी दिनों से अखिलेश यादव और जयंत चौधरी की जोड़ी से मिलने के लिए बेताब थे. ऐसा इसलिए क्योंकि काफी समय से बीजेपी नेता ही वेस्ट यूपी का दौरा कर रहे हैं. ऐसे में सब अब सपा प्रमुख अखिलेश और गठबंधन पार्टी जयंत चौधरी से मिलने के लिए बेचैन थी. इस जोड़ी की देरी से पहुंचने के बाद भी लोगों ने खूब इन्तजार किया. इसके साथ अखिलेश और जयंत ने जॉइंट प्रेस कांफ्रेस भी किया. हमेशा से समाजवादी पार्टी के लिए कहा जाता था कि एम-वाई फैक्टर जीत दिलाता है.यानी की मुस्लिम और यादव, लेकिन इस बार इसका समीकरण बदल गया है. इस बार के चुनाव में मुस्लिम और जाट का समीकरण बना हुआ है.

जानकारी के मुताबी मुज्जफरनगर दंगों के बीच यही जोड़ जिसकों अब चुनाव में जोड़ने की कोशिश की जा रही है दंगों के दौरान इसे तोड़ दिया गया था. चौधरी चरण सिंह और अन्य नेताओं के समय में इन्हें साथ लाया गया था, लेकिन दंगों के समय मुस्लिम और जाट में दुशमनी पैदा हो गई थी. जिसकी असर साल 2017 के चुनाव में देखने को मिला था. वहीं अब अखिलेश यादव और जयंत चौधरी इस समीकरण को बेहतर बनाने के लिए इस चुनाव में काफी उम्मीद लगा रहे हैं.

वहीं एम-जे फैक्टर इस बार के चुनाव में काफी वोटों को ला सकता है. ऐसे में इस बार के चुनाव में अखिलेश यादव जाट के वोट बैंकों पर फोकस कर रहे हैं.

चलिए जानते हैं M-J समीकरण पर अशोक वानखेड़े की राय

ऐसे में अगर हम M-J समीकरण पर न्यूजनशा की तरफ से विनीता यादव ने राजनीतिक विशेषक अशोक वानखेड़े और वरिष्ठ पत्रकार अभिलाष अवस्थी से पूछा तो जाने उन्होंने क्या दिया जवाब. वहीं M-J समीकरण की बात करते हुए अशोक वानखेड़े ने कहा पहले चरण में वेस्ट यूपी में मतदान होने वाले हैं. हमेशा से भाजपा वहां से जीत दर्ज की है. ऐसे में  उन्होंने कहा वेस्ट यूपी में धर्म का प्रभाव बनाकर भाजपा ने जाट को अपना वोट बैंक बना रखा है. दंगों से पहले वेस्ट यूपी जाट और मुस्लिम अपने को अलग नहीं मानते थे.

वेस्ट यूपी के M-J समीकरण को जानने के लिए विनीता यादव के साथ राजनैतिक विशेषक अशोक वानखेड़े, वरिष्ठ पत्रकार अभिलाष अवस्थी, ममता त्रिपाठी और सीनियर जर्नलिस्ट सिद्धार्थ कलहंस की ये वीडियो देखें. समझे अखिलेश और जयंत की M-J समीकरण.

https://www.youtube.com/watch?v=aYjV2iM1KpY&t=2284s

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