लखनऊ : हाथरस मामले में पहचान उजागर करने पर स्पेशल सीजेएम कोर्ट में याचिका दायर
लखनऊ। एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने हाथरस बलात्कार एवं हत्या मामले में फेसबुक तथा ट्विटर पर पीड़ित का नाम लिए जाने, उसके नाम से ट्विटर पर विभिन्न हैशटैग चलाये जाने, पीड़ित के फोटो तथा वीडियो शेयर किये जाने आदि के सम्बन्ध में थाना गोमतीनगर, लखनऊ द्वारा मुकदमा दर्ज नहीं करने के बाद स्पेशल सीजेएम कोर्ट कस्टम लखनऊ में वाद दायर किया है।
नूतन ने वाद में कहा कि पीड़ित की फोटो के साथ ही उसकी पहचान को उजागर करते हुए कई विडियो यूट्यूब पर डाले गए हैं। धारा 228ए आईपीसी के अनुसार दुष्कर्म पीड़ित की पहचान का प्रकटीकरण दंडनीय अपराध है। सुप्रीम कोर्ट ने भी निपुण सक्सेना केस में स्पष्ट कर दिया था कि किसी भी स्थिति में दुष्कर्म पीड़ित की पहचान नहीं उजागर की जाए। इसलिए उन्होंने कोर्ट से थाना गोमतीनगर को एफआईआर दर्ज करने के आदेश देने की प्रार्थना की है।