लखनऊ मेट्रो ने एसी का तापमान कम करके बचाई लाखों यूनिट बिजली
लखनऊ। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसीएल) ने गत 07 सितम्बर से लखनऊ में मेट्रो ट्रेन का संचालन शुरू किया है। तब से लेकर अब तक लखनऊ मेट्रो ने लाखों यूनिट बिजली बचाई है।
यूपीएमआरसीएल के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने शुक्रवार को बताया कि कोविड-19 को देखते हुए बिजली बचाने का अभियान चलाया जा रहा है। लॉकडाउन के बाद 07 सितम्बर से लखनऊ में मेट्रो ट्रेन सेवा शुरू होने से लेकर अब तक मेट्रो स्टेशनों पर एसी का तापमान 27 सेंटीग्रेड रखा गया है। इससे लखनऊ मेट्रो ने तीन लाख 10 हजार यूनिट से अधिक बिजली बचाई है।
उन्होंने बताया कि सुबह 06 बजे से 08 बजे तक मेट्रो स्टेशनों पर मौसम ठंडा रहता है। इसलिए एसी नहीं चलाई जाती है। दोपहर से शाम 04 बजे तक मेट्रो स्टेशनों पर भीड़ सामान्य रहती है। इसलिए स्वचालित सीढ़ियां बंद रहती हैं। मेट्रो ट्रेनों के भीतर भी ऐसी का तापमान 27 सेंट्रीग्रेड रखा जा रहा है। इसके अलावा भूमिगत मेट्रो स्टेशनों पर एसी बंद करके यात्रियों को ताजी हवा मुहैया कराई जा रही है। इस एक महीने में लखनऊ मेट्रो ने 17 प्रतिशत बिजली बचाई है। बिजली बचाने में यात्रियों ने पूरा सहयोग किया है।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि यदि वर्ष 2019 से तुलना की जाए तो लखनऊ मेट्रो को बिजली बचाने में पूरी सफलता मिली है। वर्ष 2019 में 07 सितम्बर से 07 अक्टूबर के बीच 18 लाख 67 हजार यूनिट बिजली खर्च हुई थी। जबकि इस वर्ष 07 सितम्बर से 07 अक्टूबर के बीच बिजली की खपत 15 लाख 57 हजार यूनिट हुई है। इस हिसाब से लखनऊ मेट्रो ने करीब 20 लाख रुपए की बिजली बचाई है।
उन्होंने बताया कि लखनऊ में मेट्रो ट्रेन के संचालन में कोविड-19 की गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। इसके साथ ही बिजली बचाने का अभियान भी सफलता पूर्वक चलाया जा रहा है।