लखनऊ: स्कूलों के कायाकल्प पर खर्च होंगे पार्षद कोटे के 18 करोड़
पार्षद कोटे की चौथी किस्त का पैसा प्राइमरी स्कूलों के कायाकल्प पर खर्च करने को लेकर कई दिनों से चल रहा विवाद अब थम गया है।बुधवार देर शाम नगर आयुक्त के साथ पार्षदों की विशेष बैठक में हल निकल गया। इस पर पार्षद कोटे के 18 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जिन वार्डों में स्कूल हैं, वहां पार्षद इसके कायाकल्प के लिए कोटे का पैसा देंगे। वहीं, जिन वार्डों में स्कूल नहीं है, वहां पार्कों को संवारा जाएगा।
नगर आयुक्त अजय द्विवेेेदी ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र के करीब 250 स्कूलों को कायाकल्प योजना के तहत संवारा जाना है। इसके लिए 18 करोड़ रुपये के बजट की जरूरत है। यह वार्ड विकास प्राथमिकता निधि से खर्च होगा। इसके लिए पार्षदों के प्रस्ताव पर स्कूलों में काम कराया जाएगा। सभी 110 वार्डों में 55 ही ऐसे हैं जहां प्राइमरी स्कूल हैं।
जिन वार्डों में स्कूल नहीं हैं, वहां वार्ड विकास निधि की चौथी किश्त से पार्कों को संवारने का काम प्राथमिकता पर होगा।
यह भी वादा किया गया कि स्कूल संवारने के लिए जो काम होगा, उसका भुगतान मार्च से पहले कर दिया जाएगा।
35 लाख में से 15 लाख तक स्कूलों पर होंगे खर्च जियामऊ कल्याण मंडप में बैठक में कई पार्षदों ने कोटे से कार्य लेकर बंदिश लगाने पर नाराजगी भी जताई। कुछ ने कहा, जब सदन में पास प्रस्ताव पर प्रशासन अमल नहीं कर रहा तो सदन को भंग कर देना चाहिए।
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एक पार्षद ने कोटे से स्कूल का काम ही कराने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि क्या ऐसा कोई आदेश है। एक घंटे तक चली नोकझोंक के बाद तय हुआ कि किश्त के करीब 35 लाख रुपये में से स्कूलों पर करीब 15 लाख तक खर्च किए जाएंगे। सपा पार्षद दल नेता रेशू ने कहा कि कुछ पैसा स्कूलों के लिए देना होगा। कांग्रेस पार्षद अमित चौधरी ने कहा, जहां स्कूल नहीं हैं वहां पार्षद अपने हिसाब से काम कराएंगे।
योजना के तहत स्कूलों में करवाए जाएंगे ये काम होंगे
नगर आयुक्त ने बताया कि कायाकल्प योजना के तहत काम कराने के लिए बेसिक शिक्षा का शासनादेश है। इसमें स्कूलों की रंगाई-पुताई, पेयजल का इंतजाम, सबमर्सिबल लगाना, शौचालय में पानी का इंतजाम और टंकी लगाना, स्कूल गेट से क्लास रूम तक इंटरलॉकिग, प्लास्टर, गेट की मरम्मत आदि शामिल है।