गवर्नर पद की शपथ जल्द लेंगे लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत, जानें क्या कहते हैं रिटायर्ड सैन्य अफसर
उत्तराखंड के आठवें राज्यपाल बनकर आ रहे लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर) गुरमीत सिंह की छवि एक जांबाज, उत्साही और देश के लिए कुछ भी कर गुजरने वाले सैन्य अफसर की रही है। गुरमीत को करीब से जानने वाले उन्हें सही मायने में खतरों का खिलाड़ी बताते हैं। वर्ष 2001-02 के दौरान जम्मू-कश्मीर में रिजर्व ब्रिगेड के कमांडर रहते हुए उन्होंने आंतकियों के खिलाफ कई महत्वपूर्ण कांबिंग ऑपरेशन की कमान संभाली।
अपनी ब्रिगेड के जांबाज सैनिकों के साथ मिलकर उन्होंने कई बार देश के भीतर और देश के बाहर भी दुश्मनों को नेस्तनाबूत किया। उन्हें चीन मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है। मेजर जनरल (रिटायर) शम्मी सब्बरवाल वर्ष 2001-02 के दौरान उनके साथ कश्मीर में थे। सब्बरवाल ने बताया कि उस वक्त वो लेफ्टिनेंट कर्नल के पद कार्यरत थे जबकि लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह रिजर्व ब्रिगेड के ब्रिगेडियर।
उनकी ब्रिगेड कुपवाड़ा के आगे तैनात थी। जब भी किसी क्षेत्र में हालात थोड़े नाजुक होते गुरमीत तत्काल वहां मोर्चा संभालने पहुंच जाते थे। उन्होंने दुश्मन को खदेड़ने के लिए न सिर्फ देश की सीमा के अंदर बल्कि बार्डर के पार भी ऑपरेशन किए। ब्रिगेड में उन्हें बहादुर, उत्साही और खुशमिजाज अफसर के रूप में जाना जाता था। अपनी इस प्रवृति को उन्होंने हमेशा बनाए रखा। सब्बरवाल ने कहा कि एक पूर्व सैनिक को राज्यपाल बनाने का फैसला निसंदेह स्वागतयोग्य है। प्रदेश के सभी सैनिकों में इस फैसले से खुशी का माहौल है।
मुझे यह फैसला बहुत अच्छा लगा। उत्तराखंड वीर भूमि है। करीब-करीब हर परिवार से कोई न कोई सेना से जुड़ा है। मैं तो इसे उत्तराखंड के लिए गोल्डन डे कहूंगा। जहां मैं रहता हूं, वहां तो सभी लोग बेहद खुश हैं। उम्मीद है कि वो अपने कार्यकाल पूर्व सैनिकों के लिए कुछ अच्छा ही कर के जाएंगे।
मेजर जनरल (रिटायर) लालजी डी. सिंह
यह बहुत अच्छा फैसला है। भले ही इस फैसले के राजनीतिक और सामाजिक अलग-अलग मायने भी निकाले जाएं, लेकिन उनके एक सैनिक होने के नाते उत्तराखंड का हर सैनिक इस फैसले का स्वागत करेगा। जनरल गुरमीत सिंह से प्रदेश के पूर्व सैनिकों को भी काफी उम्मीदें रहेंगी।
लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर) एमसी बधानी
उत्तराखंड वीरों की भूमि है। यदि यहां एक सैनिक राज्यपाल बनकर आता है तो इसका बेहद अच्छा संदेश जाता है। भविष्य में अब यदि राज्य सरकार के स्तर पर पूर्व सैनिकों को लेकर अच्छे फैसले होते हैं तो राजभवन का रुझान भी उन्हें लेकर काफी सकारात्मक रहेगा।
मेजर जनरल (रिटायर) शम्मी सब्बरवाल
नए राज्यपाल से दिशानिर्देश लेने एडीसी दिल्ली रवाना
उत्तराखंड के आठवें राज्यपाल के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर) गुरमीत सिंह की नियुक्ति का वारंट राजभवन को मिल गया। शुक्रवार को राजभवन से राज्यपाल के एडीसी दिल्ली उनसे मुलाकात और भावी कार्यक्रम के लिए दिशानिर्देश लेने दिल्ली रवाना हो गए। नए राज्यपाल का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार या मंगलवार को होने की संभावना जताई जा रही है। संपर्क करने पर सचिव-राज्यपाल बीके संत ने बताया कि एडीसी दिल्ली चले गए हैं। शपथ ग्रहण कार्यक्रम जल्द तय होने की उम्मीद है।