Lovely Khatun : बांग्लादेशी नागरिक से पश्चिम बंगाल की ग्राम प्रधान बनने तक का सफर

Lovely Khatun इन दिनों विवादों के घेरे में हैं। उन पर आरोप है कि वे बांग्लादेशी नागरिक हैं और फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से भारतीय नागरिकता प्राप्त कर ग्राम प्रधान बनी हैं।

पश्चिम बंगाल के मालदा जिले की रशीदाबाद ग्राम पंचायत की प्रधान Lovely Khatun इन दिनों विवादों के घेरे में हैं। उन पर आरोप है कि वे बांग्लादेशी नागरिक हैं और फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से भारतीय नागरिकता प्राप्त कर ग्राम प्रधान बनी हैं।

Lovely Khatun कौन हैं?

Lovely Khatun , जिनका असली नाम नसिया शेख बताया जा रहा है, मूल रूप से बांग्लादेश की नागरिक हैं। आरोप है कि उन्होंने अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया और जाली दस्तावेजों के जरिए भारतीय नागरिकता हासिल की। इसके बाद उन्होंने पंचायत चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 

ग्राम प्रधान बनने की प्रक्रिया

लवली खातून ने कांग्रेस और वामपंथी गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। चुनाव जीतने के एक या दो महीने बाद, उन्होंने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का दामन थाम लिया। 

विवाद और कानूनी कार्यवाही

उनकी नागरिकता पर सवाल उठाते हुए, चंचल की रहने वाली रेहाना सुल्ताना ने कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका दायर की। रेहाना ने 2022 में लवली के खिलाफ ग्राम पंचायत चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। याचिका में लवली पर बांग्लादेशी नागरिक होने और फर्जी दस्तावेजों के जरिए भारतीय नागरिकता प्राप्त करने का आरोप लगाया गया है। 

राजनीतिक विवाद

इस मामले ने राजनीतिक हलचल भी पैदा की है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तृणमूल कांग्रेस पर बांग्लादेशी घुसपैठियों को पनाह देने और उन्हें भारतीय दस्तावेज मुहैया कराने का आरोप लगाया है। 

वर्तमान स्थिति

कलकत्ता हाईकोर्ट में मामला दर्ज होने के बावजूद, छह महीने से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस बीच, लवली खातून ग्राम प्रधान के पद पर बनी हुई हैं, जिससे स्थानीय लोगों में नाराजगी और असंतोष बढ़ रहा है।

Lovely Khatun , bangladesh

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Lovely Khatun का मामला पश्चिम बंगाल में अवैध घुसपैठ और फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से राजनीतिक पदों पर काबिज होने के गंभीर मुद्दे को उजागर करता है। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि न्यायालय और प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या उपाय किए जाते हैं।

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