कोरोना पीड़ित परिवारों के बीच पहुंचे लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, किया ये वादा
कोटा. कोरोना या अन्य कारणों से अपने परिजनों को गंवा चुके (corona victim families) लोगों के दुख दर्द बांटने के लिये लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Lok Sabha Speaker Om Birla) ने उनके बीच पहुंचकर कहा है कि दुख की इस घड़ी में वे उनके साथ हैं. बिरला ने कहीं पीड़ितों के परिजनों के सिर पर हाथ रखकर हिम्मत बंधाई तो कहीं हाथ पकड़कर साथ देने का भरोसा दिलाया. बिरला ने कहा कि वे हर मुसीबत में उनके साथ खड़े हैं. उन्होंने आर्थिक सहायता के लिए आश्वस्त कर पीड़ित परिवारों को उम्मीद की किरण दिखाई है.
अपने संसदीय क्षेत्र के 9 दिन के प्रवास पर आए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला गुरुवार को बूंदी विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर रहे. बिरला सबसे पहले तालेड़ा में एक ऐसे परिवार के बीच पहुंचे जिन्होंने एक वर्ष में अपने तीन सदस्यों को खो दिया था. एक के बाद एक हुई तीन मौतों ने परिवार को हिलाकर रख दिया था. बिरला ने उन्हें ढांढस बंधाया और कहा कि वे उनके साथ हैं. ग्राम दौलाड़ा में बिरला ने अजीत नागर के कंधे पर हाथ रख कर आश्वस्त किया कि भले ही पिता शंभूलाल नागर को कोरोना ने छीन लिया हो, लेकिन वे संरक्षक की तरह हमेशा उसके साथ हैं.
परिवार के सदस्यों की आंखें हुईं नम
इंद्रा कॉलोनी के विजय शर्मा भी कोरोना के कारण अब इस दुनिया में नहीं रहे. उनका साढ़े पांच वर्षीय बेटे जयद्रथ शर्मा अब भी परिजनों से पिता के बारे में पूछता है. बिरला वहां पहुंचे तो परिवार के सदस्यों की आंखें नम हो गईं. बिरला ने संवेदना व्यक्त करते हुए आश्वस्त किया कि जयद्रथ और उसकी बड़ी बहिन तनुष्का की शिक्षा में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी. परिजन जो भी कहेंगे वह व्यवस्था कर दी जाएगी.
बिरला बोले परिवारों को संबल देना हमारा नैतिक दायित्व
बिरला बूंदी के इतोड़ा, रामगंज बालाजी, दौलतपुरा, अजैता, रायथल, रामपुर, तालेड़ा, दौलाड़ा, हट्टीपुरा, अकतासा और खटकड़ गांव में करीब 30 से अधिक स्थानों पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों का दुख बांटा. बिरला ने कहा कि इन परिवारों को संबल देना हमारा नैतिक दायित्व है. हमारी कोशिश रही कि अधिक से अधिक परिवारों तक पहुंच सकें. जानकारी और समय के अभाव में कुछ जगह रह गईं, लेकिन हम हर कदम उनके साथ हैं. उनकी ओर से जो भी आवश्यकता बताई जाएगी उसे पूरा करने का प्रयास करेंगे.