अमेठी में टिड्डियों ने किया हमला, किसानों की बड़ी मुश्किलें
देश और प्रदेश का किसान एक के बाद एक संकट से गिरता जा रहा है जहां अभी तक कोरोनावायरस से जूझते हुए उसे मुक्ति नहीं मिली थी कि इसी मध्य तेज आंधी तूफान के चलते फसलें तबाह हुई अब जब बाहर से आए हुए प्रवासियों के द्वारा मेहनत करके धान की नर्सरी तथा साग सब्जी की खेती तैयार हो रही है एक बार फिर नई मुसीबत में जन्म ले लिया है इस नई मुसीबत के चलते किसानों की कमर ही टूट गई है क्योंकि लगातार बढ़ रहे डीजल के दामों के चलते फसलों की बुवाई जुताई सब महंगी हो गई है ऐसे में जब किसी तरह से धान की नर्सरी और फसल तैयार हो रही है तभी टिड्डी दलों ने हमला बोल दिया है।
यह टिड्डी दल अमेठी जिले में प्रतापगढ़ जनपद तथा सुल्तानपुर जनपद की ओर से प्रवेश कर 12 घंटे के अंदर समूचे अमेठी तहसील में छा गए हैं जिसको लेकर अमेठी प्रशासन रात से ही लगातार इनको भगाने में जुटा हुआ है वहीं किसानों के धान की नर्सरी पूरी तरह नष्ट हो चुकी है क्योंकि यह झुंड के झुंड जिस स्थान पर बैठ जाते हैं मुश्किल से 15 मिनट के अंदर पूरी फसल को ही खा जाते हैं इस तरह का इनका जो हमला है वह किसानों के लिए बहुत ही कष्ट दाई साबित हो रहा है किसानों की इस पीड़ा को प्रशासन दूर करने की पुरजोर कोशिश कर रहा है लेकिन किसानों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है।
वहीं पर इस बाबत जब जिला कृषि अधिकारी अखिलेश पांडे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि टिड्डी दल से निपटने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा जिलाधिकारी महोदय के निर्देश टिड्डी दल से निपटने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा जिलाधिकारी महोदय के निर्देश के क्रम में हमारी पूरी तैयारी पहले से ही थी। जैसे ही हम को सूचना प्रतापगढ़ से मिली हम लोग तुरंत अलर्ट हो गए और सभी कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया गया। रात में ही सभी टीमें सक्रिय हो गई। तभी यह पता चला कि हमारे जिले में दो दलों की आने की संभावना बढ़ रही है।
एक दल जहां प्रतापगढ़ की ओर से आ रहा था वही दूसरा दल सुल्तानपुर की ओर से आया हुआ है। जिसमें रामगंज त्रिशुंडी मंगरा क्षेत्रों से होता हुआ यह दिल हुआ कि और गुजर गया दूसरा एक दल जो सांडवा चंडिका ब्लॉक में से सटा हुआ संग्रामपुर ब्लॉक है वहां पर दूसरे दल ने रात्रि में विश्राम किया जिसमें यह संभावना थी कि सुबह होते ही वह हमारी तरफ हवा के चलते बड़े यह संभावना थी कि सुबह होते ही वह हमारी तरफ हवा के चलते बढ़े इसलिए हमारी टीम में रात से ही अलर्ट मोड में थी जिसमें काफी सर्च ऑपरेशन कराया गया हमने भादर ब्लाक में किसानों की सूचना पर सर्च ऑपरेशन चलाया लेकिन वहां पर कोई टिड्डी दल की उपस्थिति नहीं मिली। इसलिए हम लोग रात से ही अलर्ट थे जैसे ही हमें सूचना मिली सांडवा चंडिका वाला ग्रुप हमारे जनपद की ओर आ रहा है हम लोग सतर्क हो गए किसानों को पहले से भी प्रचार-प्रसार के माध्यम से जानकारियां दी गई थी कि थाली बजाते रहे घंटी बजाते रहे आवाज करते रहे पटाखे फोड़ते रहे और शोर मचाते रहे।
इससे टिड्डी दल उड़ता रहेगा रुकेगा नहीं क्योंकि दिन में यह उड़ते रहते हैं इनको भगाया जाता है तो हम लोगों ने किसानों की मदद से और ग्राम वासियों की मदद से जो हमारे जनपद में कल आ गए थे उन सब को भगा दिया गया है। यह जब इकट्ठा होकर किसानों की फसलों पर बैठते हैं तो सारी फसल को या जो भी वनस्पतियां रहती हैं सभी को यह तो नष्ट कर देते हैं इसलिए इन पर नियंत्रण जब बाद में कहीं रात में विश्राम होता है तब इन पर केमिकल का स्प्रे किया जाता है और जब वहां बैठते हैं तब फिर नुकसान पहुंचाते हैं।