लायंस क्लब इंटरनेशनल ने दुनिया का सबसे बड़ा ई-वेस्ट ड्राइव लॉन्च किया
बढ़ते पर्यावरणीय मुद्दे से निपटने के लिए एचईडब्लू, प्राइमस पार्टनर्स और एनआईएसए ने साझेदारी की है
नई दिल्ली।अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए, लायंस क्लब इंटरनेशनल ने आज हिंदुस्तान ई-वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (एचईडब्लू) के साथ ‘डंप एंड डोनेट’ नामक दुनिया के सबसे बड़े ई-कचरा संग्रह अभियान की शुरुआत की घोषणा की है। इस अभियान के लिए लायंस क्लब ने एचईडब्लू, प्राइमस पार्टनर्स और नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल्स एलायंस (एनआईएसए) के साथ साझेदारी की है।
कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस अभियान की शुरुआत की घोषणा करते हुए लायंस क्लब इंटरनेशनल के थर्ड वाइस प्रेसिडेंट श्री ए.पी.सिंह ने बताया कि 13 जनवरी 2023 से यह अभियान देश के 120 से अधिक शहरों में शुरू किया जाएगा। महीने भर चलने वाले इस अभियान के तहत, लायंस क्लब इंटरनेशनल के सदस्य, विभिन्न स्कूलों, संस्थानों और अन्य माध्यमों से पहुंचेंगे और ई-कचरे और स्वास्थ्य और पर्यावरण पर इसके हानिकारक प्रभाव के बारे में जनता के बीच जागरूकता पैदा करेंगे। लायंस क्लब इंटरनेशनल ने सामाजिक प्रतिबद्धता को सबसे आगे रखते हुए इस अभियान को एक अनोखे तरीके से डिजाइन किया है।
केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने सामाजिक प्रतिबद्धता और जिम्मेदारी के निर्वहन के लिए लायंस क्लब इंटरनेशनल के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि, “हमारे प्रधान मंत्री पहले ही ई-कचरा प्रबंधन के महत्व का प्रचार कर चुके हैं और विभिन्न मंत्रालयों ने अपनी ई-कचरे की सूची को साफ कर दिया है। भारत जी20 की अध्यक्षता कर रहा है, ऐसे अवसर पर लायंस क्लब द्वारा उठाया गया यह एक महत्वपूर्ण प्रयास है।”
ई-कचरे के बारे में जागरूकता पैदा करने के महत्व पर जोर देते हुए, श्री राकेश कुमार सिंह, सीआरपीएफ कमांडेंट ने कहा, “हम में से अधिकांश लोग ई-कचरे को खत्म करना नहीं जानते हैं और इसलिए यह अभियान न केवल भारत के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है। इस अभियान के माध्यम से लायंस क्लब न केवल पर्यावरण संरक्षण व सुरक्षा का संदेश दे रहा है, बल्कि आने वाली पीढ़ी के भविष्य को भी सुरक्षित कर रहा है।
इस अवसर पर श्री शेखर, संस्थापक और सीईओ, हिंदुस्तान ई-वेस्ट ने कहा “ई-कचरे का प्रबंधन पूरी दुनिया में एक बड़ी समस्या है और इसके लिए मुख्य रूप से स्मार्टफोन, गैजेट्स और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के व्यापक उपयोग को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जो स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों को नुकसान पहुंचा रहा है। तेजी से इंटरनेट की पहुंच के साथ, स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग भी उम्मीद से ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है। जो गंभीर चिंता का विषय है।”
इस अवसर पर लायंस क्लब इंटरनेशनल और प्राइमस पार्टनर्स द्वारा तैयार की गई ‘द ग्रोइंग इम्पैक्ट ऑफ ई-वेस्ट इन इंडिया’ शीर्षक वाली एक रिपोर्ट भी जारी की गई। यह रिपोर्ट भारत में स्वास्थ्य और पर्यावरण के संबंध में एक खतरे के रूप में ई-कचरे के हानिकारक प्रभाव पर प्रकाश डालती है और साथ ही जागरूकता फैलाने के महत्व पर जोर देती है। इस रिपोर्ट ने लायंस क्लबों को ई-कचरा प्रबंधन पर राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करने के लिए प्रेरित किया।