दूसरी पत्नी के लिये फ़िल्म दृश्यम की तरह सबूत जुटा की सगी बेटी की हत्या
उस बेटी को तो कभी मन में ख्याल भी नहीं आया होगा कि जिस पिता की उंगली पकड़कर उसने चलना सीखा वह उसकी हत्या कर देगा। जी हां ऐसा ही हुआ है। एक पिता ने अपनी दूसरी शादी में बाधा बन रही सगी मासूम बेटी की हत्या कर दी और फ़िल्म दृश्यम की तरह खुद के बेगुनाह होने के सबूत भी जुटा लिए। लेकिन पुलिस जांच ने साबित कर दिया कि सौ गुनाहगार भले बच जाए पर किसी बेगुनाह को सजा नही होनी चाहिए। जब परते खुली तो सबकी आंखे फ़टी रह गई। पिता ही अपनी बेटी का कातिल निकला।
मालूम हो कि झांसी जिले के गुरसरांय थानान्तर्गत मोहल्ला कटरा में अमित कुमार शुक्ला अपनी 12 वर्षीय बेटी खुशी और दूसरी पत्नी के साथ किराए से रहता था। 25 अगस्त को बेटी खुशी का शव घर के अंदर मिला था। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मौत का कारण संदिग्ध मानते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर छानबीन शुरु कर दी। छानबीन और पूछताछ में पुलिस को जो पता चला कि उससे उसके रोंगटे खड़े हो गए। घटना का खुलासा करने के लिए जब पुलिस छानबीन और पूछतांछ कर रही थी। तभी उसे मृतका खुशी के पिता पर शक हुआ। शक होने पर जब सख्ती से पूछतांछ की गई तो उसका पिता ही खुशी का कातिल निकला। पुलिस ने खुशी के कत्ल के आरोप में उसे पिता अमित शुक्ला निवासी अलियाई कस्बा थाना मऊरानीपुर को गिरफ्तार कर लिया।
घटना का खुलासा करते हुए एससपी शिवहरि मीना ने जानकारी दी कि अमित शुक्ला की पहली पत्नी की वर्ष 2012 में बीमारी के कारण निधन हो गया था। अमित की पहली पत्नी से खुशी नाम की बेटी थी। जिसकी उम्र लगभग 12 वर्ष थी। आरोपी अमित ने बताया कि पहली पत्नी की मौत के बाद उसकी बेटी अपने मामा के यहां रहने ली। इधर वर्ष 2018 में उसने दूसरी शादी विधवा महिला आकांक्षा शुक्ला निवासी कालपी जिला जालौन से कर दी। दूसरी शादी करने के बाद अमित अपनी बेटी खुशी को उसके मामा के घर से अपने साथ ले आया। इसके बाद अपनी बेटी और दूसरी पत्नी के साथ गुरसरांय में किराए से रहने लगा। उसकी बेटी खुशी को लेकर उसका अपनी दूसरी पत्नी से अक्सर झगड़ा होता था। नौबत यहां तक आ गई कि उसे बेटी और पत्नी में से एक को चुनना था। उसने पत्नी को चुना और 25 अगस्त को योजना बनाकर पहले अपनी दूसरी पत्नी को मायके भेजा। इसके बाद अपनी बेटी को निर्दयी तरीके से मार डाला।
बेटी की हत्या करने के बाद फिल्म दृश्यम की तरह सबूत मिटाने का प्रयास किया। उस पर किसी का शक न हो इसके लिए वह मऊरानीपुर गया। मऊरानीपुर से वापस आकर उसने स्वयं को इस प्रकार दर्शाया कि उसे कुछ पता नहीं। उसने इसकी सूचना पुलिस को दी और घटना से अंजान बनने का नाटक किया। लेकिन पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए उसे पकड़ लिया। पकड़े गये आरोपी के खिलाफ सम्बधित धाराओं में मामला दर्ज करते हुए कार्यवाही की।