UP के अलग-अलग जिलों में आकाशीय बिजली का कहर, 40 की मौत, कई घायल
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के कई जिलों में रविवार को जहां मानसूनी बारिश की वजह से लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिली, वहीं कई जगह आकाशीय बिजली (Lightning) गिरने से 40 लोगों की मौत हो गई. प्राकृतिक आपदा में दर्जनों लोग घायल हो गए. वज्रपात की वजह से तीन दर्जन से ज्यादा मवेशियों की जान भी चली गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आकाशीय बिजली की चपेट वजह से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने दिवंगतों के परिजनों को नियमानुसार राहत राशि तत्काल देने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की. उन्होंने आकाशीय बिजली गिरने से घायल हुए लोगों का समुचित उपचार कराने के भी निर्देश दिए हैं.
जानकारी के मुताबिक, कानपुर और आसपास के जिलों में 18,प्रयागराज में 13, कौशाम्बी में तीन, प्रतापगढ़ में एक, आगरा में तीन और वाराणसी व रायबरेली जिले में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई. आकाशीय बिजली गिरने से कई लोग घायल भी हुए हैं. सबसे ज्यादा नुकसान कानपुर मंडल में हुआ है. कानपुर देहात में भोगनीपुर तहसील के अलग-अलग गांवों में पांच, घाटमपुर में एक, फतेहपुर जिले में सात और हमीरपुर के ऊपरी ग्राम में दो लोगों की मौत हो गई.
प्रयागराज की बात करें तो भगेसर में 13 वर्षीय रामराज व 12 वर्षीय पुष्पेंद्र कुमार, महुली गांव में 65 वर्षीय राम मूरत की मौत हो गई. बारा के करिया कलां में कामता प्रसाद, रेरा में विमलेश कुमार व लोगहगरा में हरीश चंद्र, करछना के रोकड़ी में त्रिभुवन नाथ, सोरांव के सुल्तानपुर में आरती कुमारी, दादनपुर में रंजना, कमालपुर में संगीता, चकबाहर में कमलादेवी, मलाक बेला में मालती देवी व गीता देवी और कौशाम्बी के पुरखास में रामचंद्र, अकबराबाद गुसैली में मूरतध्वज, पश्चिम शरीरा में मयंक उर्फ शनि (14) और प्रतापगढ़ के मंगापुर में आशाराम की मौत हो गई. एडीएम वित्त एवं राजस्व एमपी सिंह का कहना है कि 11 मवेशियों की भी जान चली गई है. वहीं बांदा कोतवाली क्षेत्र के मोतियारी गांव में 13 वर्षीय बच्ची और उन्नाव के सराय बैदरा गांव में दो बच्चों की जान चली गई. घाटमपुर में 38 मवेशियों की भी मौत हुई है.