रसोइयों के समर्थन में वामदलों का बिहार विधानसभा में हंगामा
पटना बिहार विधानसभा में आज भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी-लेनिनवादी (भाकपा माले), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सदस्यों ने सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनाने वाले रसोइयों की सेवा स्थाई करने और उन्हें न्यूनतम 21000 रुपया वेतनमान देने की मांग को लेकर हंगामा किया ।
विधानसभा में प्रश्नकाल समाप्त होने के तुरंत बाद सभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने भाकपा माले के सत्यदेव राम, महबूब आलम और अन्य की ओर से दिए गए कार्यस्थगन प्रस्ताव को नियमानुकूल नहीं पाते हुए अमान्य कर दिया । इस पर श्री राम ने कहा कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण मामला है । इस पर सदन में तुरंत चर्चा होनी चाहिए ।
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सभाध्यक्ष ने जब उनकी मांगों को स्वीकार नहीं किया और शून्यकाल शुरू किए जाने की घोषणा की तब वाम दलों के नेता हाथों में पोस्टर लिए सदन के बीच में आ गए। वे ” पंद्रह सौ में दम नहीं इक्कीस सौ से कम नहीं और रसोइयों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दो ” के नारे लगा रहे थे । कुछ देर तक शोरगुल और नारेबाजी करने के बाद वाम दलों के सदस्य अपनी सीट पर लौट आए ।