मुख्यमंत्री आवास के पास धंसा डंगा, कई मकानों को खतरा
शिमला, राजधानी शिमला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सरकारी आवास ओकओवर के समीप गुरूवार सुबह डंगा धंस गया। इस घटना में जान-माल का नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन इससे मुख्यंमत्री आवास के आसपास स्थित कई मकान खतरे की जद में आ गए हैं। भूस्खलन के बाद प्रशासन तुरंत हरकत में आया और 10 मकानों को खाली करवाया और इनमें रह रहे लगभग तीन दर्जन लोगों को यहां से शिफ्ट करवाया। फिलहाल इनका सर्किट हाउस चोैड़ा मैदान में रहने का प्रबंध किया गया है। दरअसल मुख्यमंत्री आवास ओक ओवर के साथ गौशाला के लिए बनाई जा रही सड़क का डंगा बरसात के कारण सुबह करीब पांच बजे धंस गया था। कई घर डंगे के साथ ही सटे हुए हैं। इससे यहां अफरातफरी मच गई और लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। डंगा धंसने से घबराए परिवार मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में उनकी पत्नी साधना ठाकुर से मदद की गुहार लगाई।
इसके बाद डीसी शिमला आदित्य नेगी शिमला शहरी के एसडीएम मनजीत शर्मा ने घटनास्थल का जायजा लिया और खतरे की जद में आए मकानों को खाली करवाने के निर्देश दिए। एसडीएम मनजीत शर्मा ने बताया कि गुरूवार सुबह डंगा घंसने से साथ लगते घरों को खतरा पैदा हो गया था, इसी के चलते यहां से उन्हें शिफ्ट किया गया है। इन परिवारों के रहने की व्यवस्था सर्किट हाउस में की गई है। ज्यादा खतरा नहीं है लेकिन एहतियात के तौर पर यहां से लोगों शिफ्ट किया गया है। यहां पर रहने वाले अरविंद कुकरेजा ने कहा कि सुबह पांच बजे डंगा गिरा। इसके बाद वे सभी लोग सीएम आवास गए वहां पर वे डॉ साधना ठाकुर से मिले। उन्होंने तुरंत प्रशासन से बात की और प्रशासन के अधिकारियों ने यहां का दौरा कर उन्हें यहां से शिफ्ट कर दिया है। साथ ही यहां पर काम भी शुरु कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि मानसून सीजन में प्रदेश में सार्वजनिक व निजी संपति को 500 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। इसके अलावा वर्षा से संबंधित हादसों में 202 लोगों की मौत हुई है।