नवंबर में जमानत पर जेल से बाहर आएंगे लालू
रांची। चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की आधी सजा यानी 42 महीने की अवधि 6 नवम्बर को पूरी हो जाएगी। दुमका कोषागार से जुड़े अवैध निकासी के मामले में उन्हें सात वर्ष (84 महीने) की सजा सुनाई गई है। दो मामलों में झारखंड हाईकोर्ट से उन्हें जमानत मिल गयी है और अदालत के आदेशानुसार आज बेल बांड भी भर दिया गया, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद अगले महीने जमानत पर जेल से बाहर निकलने का रास्ता साफ हो जायेगा।
लालू प्रसाद के अधिवक्ता प्रभात कुमार ने बताया कि रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने दुमका कोषागार से 3.13 करोड़ की अवैध निकासी मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने लालू प्रसाद को दोषी करार देते हुए सात साल की सजा सुनाई है। वर्ष 1997 में और 2013 में और दिसम्बर, 2017 से कारावास में सजा काटने की अवधि को जोड़कर 6 नवम्बर को 42 महीने की सजा पूरी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि देवघर और चाईबासा के दो मामलों में झारखंड हाईकोर्ट से उन्हें जमानत मिल गयी है और अदालत के आदेशानुसार आज बेल बांड भर दिया गया, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया।
अधिवक्ता प्रभात कुमार ने बताया कि अदालत द्वारा दी गयी सजा का हॉफ सेंटेंस पूरा करने और खराब स्वास्थ्य के आधार पर तीसरे मामले में जमानत देने की गुहार हाईकोर्ट में लगाई गई है। उन्होंने बताया कि दुर्गा पूजा की छुट्टी के बाद 6 नवम्बर को तीसरे मामले में उनकी ओर से दायर जमानत अर्जी पर सुनवाई होने की संभावना है। अगले महीने झारखंड हाईकोर्ट से जमानत मिल जाने के बाद उनके जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो जाने की संभावना है।
केली बंगला में ही मां दुर्गा की आराधना में लीन
लालू प्रसाद का विभिन्न बीमारियों की वजह से पिछले दो वर्ष से अधिक समय से रिम्स में इलाज चल रहा है। पहले उन्हें रिम्स के पेइंग गेस्ट में रखा गया था लेकिन कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए उन्हें रिम्स निदेशक के खाली पड़े केली बंगले में रखा गया है। जेल मैनुअल के तहत प्रत्येक शनिवार को उनसे तीन लोगों को मुलाकात की अनुमति दी जाती है लेकिन दुर्गा पूजा और बिहार विधानसभा चुनाव की व्यस्तता के बीच आज कोई भी नेता-कार्यकर्ता उनसे मिलने नहीं पहुंचा। नवरात्र में लालू प्रसाद केली बंगला में ही मां दुर्गा की आराधना में लीन है।
चुनाव प्रक्रिया शुरू होने पर कम हुई मिलने वालों की तादात
बिहार विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने के पहले प्रत्येक शनिवार को लालू प्रसाद से मिलने राजद नेता-कार्यकर्ता या उनके परिजन रिम्स पहुंचते थे लेकिन बिहार चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से उनसे मिलने वालों की संख्या कम या नगण्य हो गयी है। हालांकि पिछले दिनों लालू यादव के एक प्रशंसक की तरफ से गलत तरीके से मुलाकात करने को लेकर मामला तूल पकड़ा चुका है। इस संबंध में जेल आईजी ने बताया कि किसी को लालू प्रसाद से मुलाकात करने की अनुमति नहीं दी गई थी, अगर इसके बावजूद कोई व्यक्ति लालू यादव से मुलाकात करता है तो स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है।