लखीमपुर खीरी: राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस नेताओं ने राष्ट्रपति से मिलने का मांगा समय
नई दिल्ली. लखीमपुर खीरी मामले (Lakhimpur Kheri Case) को लेकर कांग्रेस (Congress) अब काफी आक्रामक हो गई है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की अगुवाई में कांग्रेसके प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने का समय मांग है. सात सदस्यीय प्रतिनिधमंडल में राहुल गांधी के अलावा प्रियंका गांधी वाड्रा, एके एंटनी, राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, ग़ुलाम नबी आजाद, केसी वेणुगोपाल, अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति से लखीमपुर खीरी मामले पर मिलकर ज्ञापन सौंपने के लिए समय मांगा है. लखीमपुर खीरी मामले को लेकर कांग्रेस ने इसकी जांच सिटिंग जज से कराने की मांग की थी और गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की भी मांग कर की है.
गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी मामले को लेकर कांग्रेस ने बहुत ही आक्रामक रुख अख्तियार किया हुआ है. घटना वाले दिन ही कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी जाना चाहती थी लेकिन उन्हें जाने की अनुमति नहीं दी गई. यही नहीं प्रियंका गांधी को सीतापुर में डिटेन कर दो दिनों तक रखा गया.
कांग्रेस ने इस मामले को लेकर पूरे देश में धरना प्रदर्शन किया था. उत्तर प्रदेश में आने वाले दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में कांग्रेस इस मुद्दे को छोड़ना नहीं चाहती है. इस मुद्दे के सहारे कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अपनी पैठ जमाना चाहती है. दो दशक से अधिक समय से कांग्रेस उत्तर प्रदेश की सत्ता से बाहर है.
कांग्रेस इस मामले को कितनी गंभीर है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी जब लखीमपुर खीरी जा रहे थे तो अपने साथ पंजाब और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को साथ ले गए थे. कांग्रेस लखीमपुर खीरी मामले को किसान के साथ जोड़ कर देख रही है साथ ही इस मसले को लेकर उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रही है.