सरकार के दावे हुए खारिज ! ट्रेन का किराया चुकता कर मजदूर सूरत से पहुंचे गोरखपुर
गोरखपुर : देश कोरोनावायरस से जूझ रहा है। वही कोरोनावायरस के मद्देनजर भारत सरकार ने लॉक डाउन किया हुआ है। इस लॉक डाउन से प्रवासी मजदूरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। हालांकि अब केंद्र सरकार ने इन प्रवासी मजदूरों को अपने-अपने राज्यों में जाने की अनुमति दे दी है। ऐसे में इन लोगों के लिए स्पेशल ट्रेन भी चलाई जा रही हैं। हालांकि ट्रेन के किराए को लेकर शुरुआत से ही बड़ा विवाद छिड़ा हुआ है। केंद्र सरकार का कहना है कि 85% केंद्र और 15% राज्य सरकार पैसा दे रही। लेकिन बावजूद इसके आज सूरत से गोरखपुर पहुंचने वाले कुछ यात्रियों ने बताया कि हम लोग किराया देकर आए हैं।
इन यात्रियों का कहना है कि 1500 किराया दिया है, कुछ यात्रियों ने बताया कि 650 रुपए किराया दिया है। केंद्र सरकार व रेल मंत्रालय कह रही है कि मजदूरों को फ्री में पहुंचाया जा रहा है। अब किसकी बात सत्य है यह कहना मुश्किल है, लेकिन मजदूर के हाथों में वर्तमान का टिकट भी मौजूद है अब सत्य कौन बोल रहा है मजदूर रेल प्रशासन या सरकार। लेकिन यूपी सरकार गोरखपुर रेलवे स्टेशन से आए हुए यात्रियों को उनके गृह जनपद तक फ्री में पहुंचाने का कार्य अपनी रोडवेज की बसों से सम्मान के साथ फल बिस्किट पानी दे कर पहुंचा रही है। जिससे मजदूर बहुत खुश हैं।