कुशीनगर पुलिस का तांडव ! चौकी सिपाहियो ने सारे कायदे कानून ताक पर रख रकवा राजा के पूर्व प्रधान को लाठियों से धुना !
मामूली कहासुनी के बाद डिबनी पुलिस चौकी के सिपाहियों ने सारे कायदे-कानून को ताक पर रख दिया। रकवा राजा के पूर्व प्रधान को डिबनी पुलिस चौकी में बंद कर लाठियों से धुन डाला। लहूलुहान पूर्व प्रधान को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। डिबनी पुलिस चौकी के सिपाहियों का अत्याचार देखकर ग्रामीण भी आक्रोशित हो गये और पुलिस वालों से भिड़ गये। आक्रोशित ग्रामीणों और पुलिस में जमकर हाथापाई हुई। इसके बाद तो पुलिस का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। देर रात 50 से ज्यादा की संख्या में पुलिस वालों ने मौजूदा ग्राम प्रधान के घर पर धावा बोल दिया जबकि विवाद पूर्व ग्राम प्रधान से हुआ था। घर में मौजूद महिलाओं , लडकियों और बच्चों की पिटाई के साथ-साथ घर में तोड़फोड़ शुरू कर दी। पुलिस की पिटाई से ग्राम प्रधान की पत्नी बेहोश होकर जमीन पर गिर गई। पुलिस के इस तांडव में बच्चों सहित 5 को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। ताजुब्ब की बात यह है पुलिस उल्टे ग्रामीणों पर ही बवाल करने का आरोप मढ़ रही है। डिबनी बाजार से लेकर रकवा राजा गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग पुलिसिया कार्रवाई से भयभीत हैं।
बता दें कि तरयासुजान थाना क्षेत्र के डिबनी बाजार में शराब भट्ठी के पास डिबनी पुलिस चौकी के दो सिपाही और युवकों में बाइक खड़ी करने को लेकर कहासुनी हो रही थी। बाजार में मौजूद रकवा राजा के पूर्व प्रधान रामबली यादव वहां पहुंच गये और विवाद को सुलझाने की कोशिश करने लगे। बस यही बात सिपाहियों को नागवार लग लग गई। सिपाहियों ने युवकों को छोड़ पूर्व ग्राम प्रधान को डिबनी पुलिस चौकी पर घसीट लाया और कमरे में ले जाकर लाठियां बरसाने लगे। इसी बीच यह बात पूर्व ग्राम प्रधान के गांव रकवा राजा में पहुंच गई। सैकड़ों की सख्यांं में ग्रामीण पुलिस चौकी पर पहुंच गये। ग्राम प्रधान को लहूलुहान देखकर ग्रामीण भी आक्रोशित हो उठे और पूर्व ग्राम प्रधान को अपने साथ ले जाकर ईलाज कराने के लिये हाथापाई करने लगे। बवाल की खबर मिलने के बाद गांव के ग्राम प्रधान रामध्यान यादव पुलिस चौकी पर पहुंच कर ग्रामीणों को शांत कराया और पूर्व ग्राम प्रधान को इलाज के लिए सीएचसी तमकुहीराज में भर्ती करा दिया। इस घटना के बाद पुलिस का पारा और चढ़ गया। कई थानों की पुलिस के साथ देर रात को छापेमारी के नाम पर बीच-बचाव करने वाले मौजूदा ग्राम प्रधान के घर धावा बोल दिया और महिलाओं, बच्चे, बच्चियोंं की पिटाई करने के साथ-साथ घर के सामानों को तोड़ने लगे। पुलिस धावा बोलकर तांडव मचाते हुए कुर्सी, टीवी, बिजली का बोर्ड जो भी नजर आया तोड़ डाला। पुलिस की पिटाई से ग्राम प्रधान की पत्नी बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी। ग्राम प्रधान की पत्नी, बच्चों सहित 5 को इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। महिलाओं ने पुलिस वालों पर और भी गंभीर आरोप लगाए हैं।
कुशीनगर जिले में पुलिस एकदम मनमानी पर उतारू हो गई है। पुलिस का आधिकारिक पक्ष के लिए सुबह से ही पत्रकार परेशान हैं लेकिन जिला स्तर पर किसी भी पुलिस के अधिकारी ने पत्रकारों की बात नहीं सुनी। अंत में रात में पत्रकारों को डीआईजी गोरखपुर से संपर्क करना पड़ा। डीआईजी के निर्देश पर पुलिस प्रशासन की ओर से एक प्रेस नोट जारी किया गया। इस प्रेस नोट के हिसाब से पुलिस दूध की धुली हुई दिख रही है। सारा दोष ग्राम प्रधान और ग्रामीणों का दिखाया गया है। पुलिस ने ग्राम प्रधान सहित तमाम ग्रामीणों पर ढेर सारी धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।