कुशीनगर : हत्या के आरोपी ने गवाह पति-पत्नी को उतारा मौत के घाट
कुशीनगर। तरयासुजान थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत सियरहा में सोमवार की मध्य रात्रि में हत्या के मामले में गवाह पति-पत्नी को मौत के घाट उतार दिया गया। मृतक की पुत्री ने भागकर अपनी जान बचाई। घटना के बाद उग्र ग्रामीणों ने घटनास्थल पर एसपी को बुलाने की मांग करते हुए शव को रोक लिया। मौके पर सीओ व सर्किल के सभी थानों की फोर्स पहुंच गई। हल्का बल प्रयोग कर पुलिस रात में ही दोनों शव को कब्जे में ले थाने ले आई। आरोपित पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
जानकारी के मुताबिक 55 वर्षीय बुधन पुत्र शिव बरन व उनकी पत्नी सनकेसिया घर में सोये थे। बगल में पुत्री सावित्री राजभर भी सो रही थी। आरोप है कि रात लगभग 12 बजे गांव का ही रमाशंकर पुत्र भुलई घर में घुस गया और ताड़ी उतारने के हथियार बखुआ से बुधन पर ताबड़तोड़ प्रहार कर दिया। पति की चीख सुनकर सनकेसिया बचाव में आई तो हत्यारे ने उसे भी बखुआ से काट दिया। पुत्री पर भी हमला बोला तो वह जान बचाने के लिए भागी। शोर सुनकर ग्रामीण घटनास्थल पर इकट्ठा होते इसके पूर्व आरोपित फरार हो गया। अत्यधिक रक्तस्राव से बुरी तरह घायल पति पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर मौके पर प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह दल बल के साथ पहुंच गए। ग्रामीण मामले में पुलिस की लापरवाही का आरोप लगाते हुए शवों को रोक लिया व मौके पर एसपी को बुलाने की मांग पर अड़ गए। सीओ फूलचंद कन्नौजिया मौके पर पहुंचे व सर्किल के सभी थानों से फोर्स बुला ली। अड़े ग्रामीणों पर हल्का बल प्रयोग कर शव को कब्जे में ले लिया।
एसपी विनोद कुमार सिंह ने कहा कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आरोपित की तलाश में पुलिस टीम लगा दी गई है। शीघ्र उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
दस दिन से हत्या करने की धमकी दे रहा था आरोपित
आरोपित रमाशंकर 10 वर्ष पूर्व पट्टीदार के मामले में अभियुक्त है और दो वर्ष पूर्व हत्या के प्रयास के एक अन्य मामले में भी अभियुक्त है और जमानत पर रिहा है। बुधन ने हत्या के मामले में गवाही दी थी। इससे रमाशंकर खार खाये था। बुधन ने दस दिन पूर्व हत्या किए जाने की आशंका व्यक्त करते हुए तहरीर दी थी। लेकिन पुलिस उक्त अपराधी के प्रति लापरवाह रही। घटना के दिन पुलिस ने 151 में आरोपित को किया था चालान बुधन द्वारा दिए गए तहरीर पर पुलिस द्वारा सम्यक कार्रवाई न किए जाने से आरोपित का मनोबल बढ़ गया और रविवार की सायं उसने मृतक से मारपीट की। शिकायत पर पुलिस उसे पकड़ कर ले गई, जहां पुलिस के सामने ही उसने गवाह की हत्या करने की धमकी दी थी, लेकिन पुलिस ने इसे हल्के में लिया और सोमवार को महज शांतिभंग की आशंका चालान कर दिया। जमानत पर छूट कर आने के बाद आरोपित ने घटना को अंजाम दिया।